बिजली कटौती से जिला अस्पताल की व्यवस्था चरमराई
गाजीपुर : अघोषित बिजली कटौती से आम लोग ही नहीं जिला अस्पताल भी आजिज आ गया है। यह स्थित तब है जब जिला
गाजीपुर : अघोषित बिजली कटौती से आम लोग ही नहीं जिला अस्पताल भी आजिज आ गया है। यह स्थित तब है जब जिला अस्पताल एवं जिला महिला अस्पताल को चौबीस घंटे निर्बाध बिजली आपूर्ति का आदेश है। अचानक बिजली कट जाने से चिकित्सकों को इलाज बीच में ही रोकना पड़ता है। हर दिन सात से आठ घंटे तक बिजली गायब रह रही है।
पुरानी व्यवस्था के समय जिला अस्पताल में भी शहर के रोस्टर के मुताबिक बिजली आपूर्ति होती थी। कटौती के समय बिजली व्यवस्था के लिए बड़े-बड़े जेनरेटर लगे हुए थे। बिजली जाते ही जेनरेटर से आपूर्ति शुरू हो जाती थी। हालांकि इसमें प्रति महीने 75 हजार से एक लाख रुपये का डीजल खर्च होता था। कभी-कभी बजट के अभाव में जेनरेटर नहीं चल पाने के कारण पूरे-पूरे दिन चिकित्सीय व्यवस्था प्रभावित होती थी।
भारी-भरकम डीजल खर्च को बचाने के लिए शासन ने सभी जिला अस्पतालों में चौबीस घंटे बिजली आपूर्ति का आदेश जारी किया। इस मद में बजट भी उपलब्ध करा दिया गया। अन्य जिलों में तो यह व्यवस्था दो वर्ष पहले ही शुरू हो गई लेकिन यहां बिजली विभाग स्वास्थ्य विभाग से धन लेने के बाद भी कोई न कोई पेंच फंसाता रहा। स्वास्थ्य विभाग के लगातार प्रयास से अभी छह महीने पहले चौबीस घंटे बिजली आपूर्ति व्यवस्था शुरू हो गई तो लगा कि अब बिजली समस्या नहीं बनेगी।
कुछ दिन तो आपूर्ति ठीक थी लेकिन अब इसमें भी भारी कटौती होने लगी है। एक दिन में कई-कई बार बिजली कट जाती है इससे कमरे में अंधेरा छा जाता है। इससे मरीजों का इलाज के साथ कभी-कभी तो आपरेशन भी रोकना पड़ता है।
नहीं सुनता विभाग..
पिछले दो सप्ताह से हो रही भीषण बिजली कटौती से अस्पताल मुश्किल में पड़ गया है। चौबीस घंटे बिजली आपूर्ति जबसे शुरू हुई, शासन ने डीजल के लिए धन देना ही बंद कर दिया। इससे इलाज का काम प्रभावित हो रहा है। इसकी कई बार बिजली विभाग से शिकायत की गई लेकिन सिर्फ आश्वासन मिलता है। - डा. एके मिश्रा, प्रभारी सीएमएस जिला अस्पताल।
केबल क्षातिग्रस्त होने से आई समस्या
रौजा ओवर ब्रिज निर्माण के दौरान हो रही खोदाई से अंडरग्राउंड केबल क्षतिग्रस्त हो गई है। इससे जिला अस्पताल को भी अब शहर की तरह सामान्य आपूर्ति की जा रही है। केबल वाराणसी से मंगाया जा रहा है। एक सप्ताह में चौबीस घंटे आपूर्ति की व्यवस्था बहाल कर दी जाएगी। - रामनरेश, सदर एसडीओ बिजली विभाग।