जांच में छह हजार खाद की बोरी कम
कासिमाबाद (गाजीपुर) : पीसीएफ कृषक सेवा केंद्र में खाद की कालाबाजारी की शिकायत पर जिला प्रबंधक पीसी ज
कासिमाबाद (गाजीपुर) : पीसीएफ कृषक सेवा केंद्र में खाद की कालाबाजारी की शिकायत पर जिला प्रबंधक पीसी जैन ने टीम के साथ शुक्रवार की भोर में छापेमारी की। इस दौरान तीन वाहनों पर लादकर कालाबाजारी को जा रही 80 बोरी डीएपी बरामद की गई। वहीं मौके से केंद्र प्रभारी संतोष कुमार श्रीवास्तव को पकड़कर पुलिस को सौंप दिया गया। जांच में छह हजार बोरी खाद कम पाई गई।
खजुरगांव स्थित कृषक सेवा केंद्र पर काफी दिनों से खाद की कालाबाजारी की शिकायत मिल रही थी। भोर में ग्रामीणों ने फोन से अधिकारियों को सूचना दी कि तीन पिकअप पर डीएपी लादी जा रही है। सूचना मिलने के बाद पीसीएफ के जिला प्रबंधक अन्य अधिकारियों संग केंद्र पर पहुंचे। वहां वाहन खड़े थे। प्रबंधक ने इसकी सूचना स्थानीय पुलिस को देने के साथ ही खाद वाहन में लादने का इंतजार करने लगे।
जैसे ही चार बजे खाद पिकअप में लोड की जाने लगी टीम ने छापेमारी कर आरोपियों को रंगे हाथ दबोच लिया। अंधेरे का फायदा उठाकर चालक फरार हो गए। वहीं अचानक हुई कार्रवाई से केंद्र प्रभारी हक्का-बक्का हो गया। वह भी अधिकारियों को चकमा देकर भागना चाहा लेकिन दबोच लिया गया। छापेमारी की सूचना के बाद सुबह केंद्र पर ग्रामीणों की भीड़ एकत्र हो गई।
लोगों ने बताया कि यहां बड़े पैमाने पर खाद की धांधली की गई थी। अधिकारियों ने जब स्टाक का मिलान किया तो छह हजार बोरी खाद कम पाई गई। जिला प्रबंधक ने इसकी सूचना जिलाधिकारी को दी। डीएम के निर्देश पर पहुंचे मुहम्मदाबाद के एसडीएम एसडी सिंह ने कृषक सेवा केंद्र को सील कर दिया। बाद में जिला प्रबंधक ने केंद्र प्रभारी व दो चालकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया।
पहले भी हो चुकी है छापेमारी
पिछले बारह नवंबर को वाराणसी से सत्यापन करने आई टीम को देखकर केंद्र प्रभारी भाग गया। टीम ने उस दौरान जांच की तो खाद की हर बोरी में दोहरी सिलाई मिली। वहीं कई बोरियों में डीएपी में राख मिली थी। वहीं पिछले साल नवंबर में कृषक सेवा केंद्र पर खाद वितरण के दौरान बोरी में राख देखकर किसानों ने हंगामा शुरू कर दिया था।
उस दौरान तत्कालीन जिलाधिकारी चंद्रपाल सिंह ने अधिकारियों को भेज कर जांच कराया तो डीएपी की जगह कई बोरियों में राख मिली। वहीं बोरियों की सिलाई करने वाली मशीन भी बरामद हुई थी। कार्रवाई के बाद केंद्र प्रभारी रामबाबू को निलंबित कर दिया गया था।