शीत भंडारण गृह के लिए घाट स्टेशन उपयुक्त
गाजीपुर : शीत भंडारण गृह के निर्माण के लिए गाजीपुर घाट स्टेशन के पास की भूमि सबसे उपयुक्त होगी। यह स
गाजीपुर : शीत भंडारण गृह के निर्माण के लिए गाजीपुर घाट स्टेशन के पास की भूमि सबसे उपयुक्त होगी। यह संकेत रेल राज्य मंत्री मनोज सिन्हा के निजी सचिव नितीश्वर कुमार ने शुक्रवार को सर्वेक्षण के दौरान दिया। उन्होंने सिटी रेलवे स्टेशन परिसर को नया कलेवर देने भी चर्चा विभागीय अधिकारियों के साथ चर्चा की। इस दौरान बताया गया कि सरकुलेटिंग एरिया के साथ स्टेशन का बाहरी हुलिया बदल दिया जाएगा।
सुंदरीकरण के साथ कई अन्य निर्माण होंगे। इसकी डिजाइन तैयार हो चुकी है। इसके लिए सात करोड़ का बजट स्वीकृत हो चुका है। तीन महीने पहले रेल राज्य मंत्री मनोज सिन्हा ने जनपद में सब्जियों के बेहतर रखरखाव और व्यवसाय के लिए शीत भंडारण गृह बनाने की घोषणा की। इसके लिए दिल्ली से भारतीय कंटेनर लिमिटेड के प्रबंध निदेशक अनिल गुप्त ने रेलवे के आला अधिकारियों के साथ मालगोदाम, अफीम फैक्ट्री एवं घाट स्टेशन के पास की भूमि का सर्वे किया।
इसके बाद भी शीत भंडारण गृह के निर्माण को लेकर कई बार अधिकारियों के दौरे हुए। बावजूद निर्माण पर कोई निर्णय नहीं हो सका। एक बार फिर मंत्री के निजी सचिव ने पूरी टीम के साथ मालगोदाम, घाट स्टेशन एवं अफीम फैक्ट्री स्थित भूमि का सर्वे किया। अधिकारियों ने घाट के पास की भूमि हर प्रकार से उपयुक्त पाया। निर्णय पर अंतिम मुहर शनिवार को रेल राज्यमंत्री की मौजूदगी में लगेगी। आला अधिकारियों के निरीक्षण के दौरान स्टेशन पर अफरा-तफरी मची रही।
सभी अधिकारी व कर्मचारी मुस्तैद दिखे। स्टेशन पर सुबह से ही सफाई कर चमका दिया गया था। करीब एक घंटा बाद सचिव निजी कार्यक्रम में भाग लेने के लिए रवाना हो गए। मंत्री के सचिव के साथ वरिष्ठ मंडल अभियंता राहुल कुमार, मंडल वित्त प्रबंधक रत्नेश कुमार आदि थे।
बदलेगा सिटी स्टेशन का हुलिया
गाजीपुर : वरिष्ठ मंडल परिचालन प्रबंधक पीके पांडेय ने बताया कि स्टेशन का हुलिया पूरी तरह से बदल दिया जाएगा। स्टेशन की बाहरी डिजाइन बिलकुल भिन्न होगी। साथ ही सर्कुलेटिंग क्षेत्र की सभी मार्गो को दुरुस्त किया जाएगा। इसके अलावा प्लेटफार्म पर बेंच, मीटिंग हाल, ओवरब्रिज, पेयजल व्यवस्था आदि बिलकुल आधुनिक होगा। इस पर मंडल के क्षेत्रीय मंडल प्रबंधक अजयविजय वर्गीय को अंतिम मुहर लगानी है। निविदा की प्रक्रिया की जा रही है। योजना को पूरी तरह स्वीकृति मिल चुकी है।