छात्रवृत्ति की उम्मीदों पर फिरा पानी
गाजीपुर : कक्षा एक से आठ तक के छात्र-छात्राओं को छात्रवृत्ति मिलने की उम्मीद लगभग अब समाप्त हो गई है
गाजीपुर : कक्षा एक से आठ तक के छात्र-छात्राओं को छात्रवृत्ति मिलने की उम्मीद लगभग अब समाप्त हो गई है। कारण कि शासन से पिछले दिनों छात्रवृत्ति आवेदन की समय सारिणी तो जारी कर दी गई लेकिन उसका शासनादेश संबंधित विभागों ने नहीं भेजा। आवेदन के लिए 31 अक्टूबर निर्धारित समय सीमा भी समाप्त हो जाएगी। इससे लगभग दो लाख से अधिक बच्चों की उम्मीदों पर पानी फिर गया है।
जिले में 27 सौ परिषदीय एवं सैकड़ों वित्तविहीन स्कूलों में दो कक्षा एक से आठ तक दो लाख से अधिक बच्चे पंजीकृत हैं। इन प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक विद्यालयों के विद्यार्थियों को सरकार से इस वर्ष छात्रवृत्ति मिलने पर काफी समय से आशंका जताई जा रही थी। तर्क यह था कि जूनियर तक के विद्यार्थियों को शिक्षा के साथ दोपहर का भोजन, ड्रेस एवं किताबें भी निशुल्क दी जा रही है।
ऐसे में उन्हें छात्रवृत्ति देने का कोई मतलब नहीं है। इससे विद्यार्थियों के साथ विद्यालय संचालकों में मायूसी छा गई थी। इसी बीच पिछले सितंबर के पहले सप्ताह में शासन ने पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग से छात्रवृत्ति के लिए आवेदन की समय सारिणी जारी कर सबको चौंका दिया। अपने आदेश में कहा था कि कक्षा एक से आठ तक के अन्य पिछड़ा वर्ग (अल्पसंख्यक पिछड़े वर्ग को छोड़कर) के विद्यार्थियों की छात्रवृत्ति सत्र 2014-15 में भी जारी रहेगी।
इसके लिए आवेदन की अंतिम तिथि 31 अक्टूबर तय कर दी गई। इससे दो लाख से अधिक विद्यार्थियों एवं संबंधित विद्यालयों के चेहरे पर मुस्कान फैल गई। समय सारिणी जारी होने के बाद विभाग इस संबंध में शासनादेश का इंतजार करने लगा। यह दीगर बात है कि अंतिम तिथि बीतने के एक दो दिन पहले तक कोई आदेश नहीं प्राप्त हुआ। विद्यालय प्रबंधक एवं प्रधानाध्यापक भी आदेश का इंतजार करने रहे।
सूत्रों के मुताबिक पिछले महीने ही शासन स्तर पर विभागीय अधिकारियों की बैठक में सभी से कह दिया गया कि कक्षा एक से आठ तक के छात्र-छात्राओं को छात्रवृत्ति नहीं दी जाएगी।
बोले अधिकारी..
जिला पिछड़ा वर्ग कल्याण अधिकारी इंद्रसेन सरोज ने कहा कि सितंबर में समय सारिणी जारी होने के बाद हम लोग शासनादेश का इंतजार कर रहे हैं। अब तो आवेदन की अंतिम तिथि भी बीतने वाला है। अभी तक न तो शासनादेश मिला और न ही आनलाइन आवेदन करने के लिए साफ्टवेयर एवं वेबसाइट जारी हुई। ऐसे में अब उम्मीद कम हो गई है।