दमा के रोगी बना रहे गर्द-गुबार
गाजीपुर : फुल्लनपुर क्षेत्र से गुजर रहे बाईपास मार्ग की दशा दिनों-दिन बदतर होती जा रही है। मार्ग में
गाजीपुर : फुल्लनपुर क्षेत्र से गुजर रहे बाईपास मार्ग की दशा दिनों-दिन बदतर होती जा रही है। मार्ग में गड्ढे और उसमें पड़ी मिट्टी एवं सीमेंट के टुकड़े लोगों के लिए परेशानी का सबब बन रहे हैं। वाहनों के जाने से लगातार उड़ रही धूल स्थानीय निवासियों को रोगी बना रही है। हालांकि कुछ दूर पर हो रहे निर्माण कार्य से लोगों को आस बंधी है उन्हें भी समस्या से निजात मिलेगी।
गुबार से बचने के लिए लोगों ने घरों के दरवाजा एवं खिड़कियों पर कागज चिपका रखा है लेकिन कोई खास फायदा होता नहीं दिख रहा है। नवंबर 2012 में जब टैक्सी स्टैंड स्थित रेलवे ओवरब्रिज का निर्माण शुरू हुआ तो बड़ी बाग-अंधऊ बाईपास पर वाहनों की आवाजाही बढ़ी। भारी वाहनों के आने-जाने से सड़क की दशा भी बदतर होती गई। मार्ग पर बड़े-बड़े गड्ढे हो गए। लोकसभा चुनाव से पहले उस मार्ग की मरम्मत की गई लेकिन छोटे गड्ढों में मिट्टी एवं सीमेंट के टुकड़े डाल दिए।
नतीजा दिनों-दिन मार्ग पर गर्द-गुबार बढ़ने लगा। सड़क के किनारे बसे लोगों ने घर के दरवाजों को बंद कर दिया। बावजूद इसके उनके घरों में धूल का प्रवेश बंद नहीं किया जा सका। किनारे के अधिक कारोबारियों ने अपना व्यवसाय बंद कर दिया, जो हैं वह अपनी सुरक्षा के लिए नाक एवं मुंह पर मास्क लगाकर व्यवसाय कर रहे हैं। व्यवसायी सुरेंद्र कुमार ने बताया कि पहले दुकान पर उनके पिता बैठते थे लेकिन गर्द-गुबार से उन्हें दमा की बीमारी हो गई। लिहाजा उनको कारोबार छोड़ना पड़ा।
करें मास्क का इस्तेमाल
गर्द-गुबार वाले क्षेत्र में लोगों को नाक और मुंह ढंक कर रखना चाहिए। वातावरण में उड़ने वाले कीटाणु शरीर में प्रवेश कर परेशान कर सकते हैं। लोगों को मास्क का इस्तेमाल करना चाहिए। धूल से एलर्जी वाले रोगियों को ऐसे वातावरण से दूर रहना चाहिए। सांस फूलने, खांसी आदि आने पर तत्काल चिकित्सक से संपर्क करें।
- डा. लालजी कुशवाहा, वरिष्ठ चिकित्सक, रौजा।