पति को लाए घर, तब ससुराल में मिलेगी जगह
गाजीपुर : तीन साल से अपने हक के लिए लड़ रही लीला को रविवार को भी कामयाबी नहीं मिली। पुलिस लाइन में का
गाजीपुर : तीन साल से अपने हक के लिए लड़ रही लीला को रविवार को भी कामयाबी नहीं मिली। पुलिस लाइन में काफी देर तक चले समझौता वार्ता में कोई नतीजा नहीं निकल पाया। विवाहिता का श्वसुर जिद पर अड़ा रहा। पति को घर लाओ तब ससुराल की चौखट पार करने का मौका मिलेगा। मामला शादियाबाद थाना क्षेत्र के चकमहताब गांव का है।
नंदगंज थाना क्षेत्र के पहलवानपुर की लीला की शादी वर्ष 1992 में चकमहताब निवासी जोखन राम के पुत्र शिवबचन से हुई थी। शादी के कुछ सालों तक सब ठीक रहा। उसी बीच दंपती को तीन पुत्रियां हुईं। वर्ष 2010 में शिवबचन मुबंई कमाने चला गया। घर पर अकेली रह रही लीला अपने पुत्रियों संग मायके पहलवानपुर चली गई। लीला का आरोप है कि वर्ष 2011 में शिवबचन ने मुबंई में दूसरी शादी कर ली। साल भर बाद जब वह सौतन को घर लेकर आया तो ग्रामीणों से इसकी जानकारी लीला को हुई। लीला के मुताबिक इसके बाद वह ससुराल पहुंची तो ससुरालजनों से घर में जाने से रोक दिया। इस कारण वह मायके लौट गई तो मौका देखकर शिवबचन को भगा दिए। लीला ने थाने में तहरीर देकर न्याय की गुहार लगाई। मामला महिला प्रकोष्ठ में गया। इस दौरान 22 मामले प्रस्तुत किए गए। इसमें दो दंपती विवाद सुलझाने के बाद उन्हें विदा किया गया। इस मौके पर शिवशंकर तिवारी, सरदार दर्शन सिंह, सोनिया मनोज, वीरेंद्र पाल, वंदना गुप्ता, उपनिरीक्षक सरोज पांडेय, नंदा यादव, रेनू लता आदि थी।