चटकी पटरी, कॉशन के जरिए गुजरीं ट्रेनें
दिलदारनगर (गाजीपुर) : पटना-मुगलसराय रेलमार्ग पर शुक्रवार की रात दो हादसे होते-होते बचा। संयोग अच्छा
दिलदारनगर (गाजीपुर) : पटना-मुगलसराय रेलमार्ग पर शुक्रवार की रात दो हादसे होते-होते बचा। संयोग अच्छा था कि किसी प्रकार के जानमाल को कोई नुकसान नहीं हुआ।
बाजार स्थित रेलवे क्रासिंग के पास रात 12:15 बजे डाउन लाईन से हिमगिरी एक्सप्रेस ट्रेन गुजरने के बाद रेल पटरी चटक गई। इसकी सूचना गेटमैन राजकुमार ने दिलदारनगर स्टेशन को दी। मौके पर पहुंचे रेल पथ विभाग ने पटरी पर क्लैंप बाधकर डाउन मेल लाईन से कॉशन के जरिए ट्रेनों को आगे बढ़ाया। चटकी रेल पटरी के बदलने का काम शनिवार की सुबह रेल पथ विभाग के कर्मचारियों ने शुरू किया।
पटरी की मरम्मत होने तक 30 किमी की रफ्तार से ट्रेनों को नियंत्रण कक्ष के निर्देश पर चलाया गया। हालांकि रेल पटरी चटकने के कारण डाउन लाईन के परिचालन पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा। सहायक रेल पथ निरीक्षक सत्येंद्र कुमार ने बताया कि रेल पटरी पुरानी हो जाने के कारण चटक गई।
गेट तोड़ कर भागा ट्रक चालक
दिलदारनगर : रकसहा बाईपास मार्ग स्थित रेल फाटक संख्या 85 पर शनिवार की भोर में पौने तीन बजे ट्रक चालक गेट तोड़कर भाग निकला। यह हादसा तब हुआ जब फाटक को अप में आ रही पटना-कुर्ला एक्सप्रेस के लिए बंद किया गया था। देर रात दो बजकर 45 मिनट पर गेटमैन ने पटना कुर्ला एक्सप्रेस का सिग्नल होने पर गेट बंद किया। अभी ट्रेन कुछ दूरी पर ही थी कि फाटक का बूम तोड़कर ट्रक चालक भाग निकला। गेटमैन ने पकड़ने की कोशिश की लेकिन वह कामयाब नहीं हो सके। इसकी सूचना दिलदारनगर स्टेशन को दी। रेलकर्मी मौके पर पहुंचे और टूटे हुए फाटक को दुरुस्त करने में जुट गए।
वही दिलदारनगर डाउन एवं भदौरा स्टेशन पर अप लाईन में मेमो देकर ट्रेनों को कॉशन के सहारे नियंत्रण कक्ष के निर्देश पर चलाया जा रहा है। सुबह रेल फाटक पर बाधी गई जंजीर को जबरन खोलने के लिए कई लोगों ने गेटमैन पर दबाव बनाया तो उसने इसकी सूचना उच्चाधिकारियों को दी। इसके बाद गेट पर आरपीएफ के जवान को तैनात किया गया। सहायक रेल पथ निरीक्षक ने बताया कि टूटे रेल फाटक की सूचना आरपीएफ एवं विभागीय उच्चाधिकारियों को दे दी गई है।