विकास के लिए आर्थिक एवं सामाजिक सुरक्षा जरूरी
गाजीपुर : पीजी कालेज के सभागार में शनिवार को बुद्धिजीवियों का जमावड़ा रहा। मौका था 'भारतीय व्यवसायिक
गाजीपुर : पीजी कालेज के सभागार में शनिवार को बुद्धिजीवियों का जमावड़ा रहा। मौका था 'भारतीय व्यवसायिक शिक्षा एवं शोध : समस्याएं और संभावनाएं' नाम विषय पर गोष्ठी का। इस मौके पर जनसंख्या वृद्धि एवं तकनीकी विकास के प्रभाव व्यवसाय एवं व्यवसायिक शिक्षा पर शोध करने पर चर्चा हुई। गोष्ठी के बाद शिववाटिका में मुख्य अतिथि ने पौधरोपण किया।
मुख्य अतिथि महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के कुलपति डा. पृथ्वीशनाग ने कहा कि आर्थिक शिक्षा के युग में विश्व के समक्ष अनेक चुनौतियां उपलब्ध हो रही हैं। समय के साथ व्यवसाय के नए क्षेत्र में नई-नई प्रतिस्पर्धाएं पैदा हो रही हैं। व्यवसायिक शिक्षा इसमें अहम भूमिका निभा सकती है। उन्होंने सतत विकास के लिए आर्थिक, सामाजिक एवं पर्यावरणीय सुरक्षा की आवश्यकता पर बल दिया।
बीएचयू के प्रो. ओपी राय ने शिक्षा व्यवस्था में आमूल-परिवर्तन की आवश्यकता को जताते हुए भारत के पारंपरिक शिक्षा प्रणाली को बेहतर बताया। महर्षि योगी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. एचके सिंह ने अर्थशास्त्र एवं प्रबंधन विषय को एक दूसरे का पूरक बताया। उन्होंने शिक्षा एवं शिक्षार्थी को नई सोच पैदा करने के लिए प्रेरित किया। साथ ही गीता एवं रामचरित मानस को उत्तम कृति बताया। महाविद्यालय के सचिव अजीत कुमार ने महाविद्यालय की विकास एवं भविष्य की योजनाओं को प्रस्तुत किया।
प्राचार्य डा. ओमप्रकाश श्रीवास्तव ने आधुनिक परिपेक्ष्य में व्यवसायिक शिक्षा के महत्व को रेखांकित किया। इससे पहले संगीत की छात्राओं ने गीत प्रस्तुत कर लोगों का मन मोह लिया। इस मौके पर डा. अनिल कुमार सिंह, प्रो. फतेहबहादुर, डा. श्रीकांत पांडेय, डा. दिनेश सिंह, डा. प्रमोद कुमार मिश्र, डा.संजय, डा.बालेश्वर सिंह, डा. राम नयन तिवारी, मनोज मिश्र आदि सहित अन्य शिक्षक एवं छात्र-छात्राएं उपस्थित थीं।