गोरखपुर से संचालित करता था नेटवर्क
गाजीपुर : हत्या, हत्या के प्रयास, लूट समेत अन्य आपराधिक दो दर्जन मामलों में वांछित रहा अजित उर्फ बंटी उर्फ डाक्टर गोरखपुर से ही अपना नेटवर्क संचालित करता था। यह बाते उसने एसटीएफ के पकड़ में आने के बाद पूछताछ में बताई। उसने पुलिस दल को बताया बलिया में अदालत में पेश होने के बाद लौटते वक्त ट्रेन से कूदकर भागने के बाद वह मऊ जिले के मतलूबपुर निवासी अपने साथी संजय यादव के घर गया। वहीं संजय ने उसे सुनौला के लालबहादुर से मिलवाया।
बकौल अजीत कुछ दिनों तक वहां रहने के बाद लालबहादुर उसे गोरखपुर के एक परिचित के यहां रहने के लिए जगह मुहैया कराया। गोरखपुर में उसकी मुलाकात मेडिकल कालेज के चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी विजय यादव व धमेंद्र से हुई। कुछ दिन साथ रहने के बाद धमेंद्र व विजय उससे घुलमिल गए। धमेंद्र व विजय के कहने पर अजित ने वहां के एक प्रापर्टी डीलर पर फायरिंग की। हमले में प्रापर्टी डीलर बच गया।
मामला बढ़ने के बाद अजित वहां से भाग गया। बाद में धमेंद्र व विजय से बात कर प्रापर्टी डीलर की हत्या दशहरा के दिन करने की योजना बनाई गई थी। वहां से आने के बाद वह सीधे बिहार गया। यहां से कारबाइन व पिस्टल खरीदा। अजित पर कुल 23 मुकदमे दर्ज हैं।