मुख्यमंत्री के दौरे को लेकर प्रशासन हलकान
गाजीपुर : मुख्यमंत्री के आगमन की सूचना से प्रशासन की सांसे फूलने लगी हैं। सीएम की प्राथमिकता वाले कार्यो को पूरा करने की होड़ मच गई है। अवकाश का दिन होने के बावजूद कई कार्यालय खुले रहे। कर्मचारी फाइलों को दुरुस्त करते नजर आए।
मुख्यमंत्री के संभावित दौरे को लेकर प्रशासनिक गतिविधियां तेज हो गई हैं। अधिकतर कर्मचारी कार्यालयों में अपने काम में मशगूल दिखे। विकास भवन एवं कलेक्ट्रेट भवन में रोज की तरह अधिकतर कार्यालय खुले हुए थे। विकास भवन में समाज कल्याण, बेसिक शिक्षा एवं जिला विकास अधिकारी के कार्यालय में अधिकांश कर्मचारी मौजूद थे। सीएम के दौरे को लेकर सभी कार्यदायी संस्थाओं को सचेत कर दिया गया है।
जिलाधिकारी चंद्रपाल सिंह ने कर्मचारियों को अधूरे कामों को पूरा करने का निर्देश जारी कर दिया है। प्रशासन का ध्यान सबसे अधिक लोहिया एवं जनेश्वर मिश्र के नाम पर शुरू विकास योजना पर है। सभी अधूरे काम पूरे किए जा रहे हैं। हालांकि लोहिया गांव में हो रहे विकास कार्यो की स्थिति बहुत अच्छी नहीं है। इसकी पोल बीते दिनों प्रमुख सचिव जीवेश नंदन के आने पर खुल चुकी है।
प्रशासन पुरानी बातों को दोहराना नहीं चाहता। ऐसे में हर काम नए तरीके से कराने का प्रयास जारी है।
सड़क से आते सीएम तो नपते कई
गाजीपुर : जिले की सड़कों की दुर्दशा से आम नागरिकों के साथ सरकारी कर्मचारी भी त्रस्त हैं। रोज कार्यालय आने-जाने में उजड़ चुकीं सड़कों पर हादसे की आशंका के बीच सफर करना पड़ता है। यही कारण है कि सीएम के आगमन की हनक के बीच अपने कार्य को पूरा करने में जुटे विकास भवन स्थित एक कार्यालय के कर्मचारी का दर्द जुबान पर आ गया।
उसने कहा कि काश, मुख्यमंत्री हेलीकाप्टर की बजाय सड़क से आते तो उन्हें अफसरों व ठेकेदारों की गठजोड़ की भेंट चढ़ चुकीं सड़कों की हकीकत दिख जाती। इससे जनता को फजीहत झेलने के लिए विवश करने वालों की गर्दन तो नपती ही, सड़कों की दशा भी सुधर जाती।