भुना लिए दो करोड़, गिट्टी-मिट्टी को तरस गया रोड
गाजीपुर : सत्ता और सरकार चाहे कोई भी हो, भ्रष्टाचारियों की जड़ें वहां तक पहुंच ही जाती हैं। ऐसा नहीं है कि मुख्यमंत्री अखिलेश यादव सड़कों के क्षेत्र में विकास का गलत दावा कर रहे हैं। उनका कहना अपनी जगह शत-प्रतिशत सही है, क्योंकि उनके पास वह लिस्ट है, जिस पर शासन ने धन जारी किया है। हकीकत में क्या हुआ, यह जानकारी उनके संज्ञान में आए भी तो कैसे, क्योंकि यहां तो पूरे कुएं में ही भांग पड़ी है।
पिछले साल भर में जिले की दो दर्जन सड़कों के नाम पर करोड़ों का खेल बड़े ही इत्मीनान के साथ खेला गया। इनमें प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना सहित जिला मुख्यालय तक की सड़कें शामिल हैं। अफसर व ठेकेदारों का गठजोड़ इस कदर हावी है कि दुर्दशा पर आंसू बहा रही इन सड़कों के मुहाने पर काम पूरा होने का बोर्ड भी लगा दिया गया है। जबकि काम के नाम पर पर इन सड़कों पर खांची भर गिट्टी और मिट्टी भी नहीं डाली गई है। शहर में महुआबाग से आमघाट होते कोतवाली तक पिछले दिनों बनी सड़क माह भर में ही जवाब दे गई।
गिट्टियां उखड़ गई और जगह-जगह जानलेवा गड्ढे बन गए। शादियाबाद क्षेत्र में मनिहारी-फद्देपुर मार्ग की हालत जैसी की तैसी है लेकिन उसका निर्माण पूरा दिखाकर दो करोड़ से अधिक का वारा-न्यारा हो गया। मनिहारी से फद्देपुर की दूरी महज 23 किलोमीटर है। आजमगढ़ को जोड़ने वाली इस सड़क पर बड़े-बड़े गड्ढे ही नजर आते हैं। इस सड़क के जीर्णोद्धार के लिए प्रधानमंत्री सड़क योजना के तहत वर्ष 2013 में दो करोड़ 18 लाख 25 हजार 182 रुपये स्वीकृत हुए थे।
सड़क आज भी दुर्दशा झेल रही है लेकिन मनिहारी रोड पर ठेकेदार ने निर्माण पूरा होने का शिलापट्ट लगा दिया है। उस पर बकायदे दर्ज है कि 26 मार्च 2013 से सड़क निर्माण का काम शुरू हुआ और 25 मार्च 2014 तक इसे पूर्ण कर लिया गया। उस पर सड़क के लिए पांच वर्ष की गारंटी भी लिखी गई है जो शासन प्रशासन को मुंह चिढ़ाने के लिए काफी है। इन दो सड़कों के अलावा सदर, सैदपुर, कासिमाबाद तहसील क्षेत्रों में बीस ऐसी सड़कें चिह्नित की गई हैं, जिन पर कार्य का या तो कोरम पूरा किया गया या फिर बगैर काम के ही धन भुना लिया गया।
ग्रामीण भौंचक, आखिर कब हुआ कार्य
शादियाबाद : मनिहारी-फद्देपुर मार्ग से होकर आने-जाने वाले आसपास के गांवों के ग्रामीण शिलापट्ट में दर्ज विवरण को देखकर भौंचक हैं। उन्हें सड़क की दुर्दशा का मलाल तो है ही आश्चर्य इस बात का कि साल भर कार्य चलने की बात दर्ज है। हालांकि एक भी दिन काम होते दिखा नहीं। अब इसके निर्माण की जांच होने लगी है।
मनिहारी के श्याम सुंदर प्रजापति व ओमप्रकाश ने बताया कि इस सड़क पर वर्षो से निर्माण नहीं हुआ। उसी गांव के ही तारकेश्वर सिंह व शरद कुमार सिंह ने बताया कि हमने इस मार्ग की मरम्मत के लिए कई बार प्रशासन से मांग की है लेकिन नतीजा सिफर रहा। मोहब्बतपुर के नंदलाल कुशवाहा व सुबच्चन तो इस बात से भी हैरान हैं कि बोर्ड पर दर्ज विवरण के अनुसार पांच साल तक संबंधित ठेकेदार ने वारंटी की बात दर्ज की है, उस पर भी अमल हो तो सड़क का जीर्णोद्धार फिर से होना चाहिए। खड़बा निवासी संदीप शर्मा ने कहा कि इस समय सड़क की स्थिति को देखकर आने जाने में भी डर लगता है।
कराएंगे जांच, दोषी होंगे दंडित
मनिहारी-फद्देपुर सड़क पर बगैर कार्य कराए ही शिलापट्ट लगा है और यदि धन का भुगतान हुआ है तो यह गंभीर मामला है। आमघाट सहित निर्धारित समय सीमा के अंदर जवाब देने वाली जिले की अन्य सड़कों की टीम गठित कर जांच कराएंगे। फर्जीवाड़ा मिला तो दोषी ठेकेदार व विभाग के अफसरों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराकर दंडित किया जाएगा।
-चंद्रपाल सिंह, जिलाधिकारी।