ग्रामीणों का तेवर देख बैरंग लौटे एसडीएम
रेवतीपुर (गाजीपुर) : क्षतिग्रस्त ताड़ीघाट-बारा मार्ग के विरोध में बुधवार को भी ग्रामीणों ने हुंकार भरी। तिलवां चट्टी पर तीसरे दिन बुधवार को धरना जारी रहा। जाति, धर्म से ऊपर उठकर धरने को सफल बनाने का संकल्प लिया गया। इसके विरोध में ग्रामीण गुरुवार को रेवतीपुर से डेढ़गांवा तक मानव श्रृंखला बनाएंगे। धरना समाप्त कराने पहुंचे एसडीएम जमानियां विद्याशंकर सिंह को ग्रामीणों का तेवर देख लौटना पड़ा।
ग्रामीणों ने चेताया कि सड़क के गड्ढामुक्त होने के अलावा उन्हें कुछ भी मंजूर नहीं है। सच्चिदानंद चाचा ने कहा कि अब लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों पर विश्वास नहीं है। पिछली बार डेढ़गांवा चट्टी पर धरने में आश्वासन मिला था कि सड़क की मरम्मत हो जाएगी। आज तक स्थिति यथावत है। बच्चे जिला मुख्यालय पर पढ़ने जाते हैं तो हमेशा दुर्घटना की आशंका बनी रहती है। राकेश राय ने कहा कि जिले में प्रदेश सरकार के तीन मंत्री हैं।
केंद्र सरकार के भी मंत्री हैं। सरकार को जनता की समस्याओं से कोई लेना-देना नहीं है। मंत्री रास्ता बदलकर सेवराई जाते हैं। इस मार्ग पर हुए खर्च की धनराशि की जांच होनी चाहिए। मरम्मत के लिए विभाग धनराशि देने को तैयार नहीं है। इससे सड़कों की हालत और जर्जर हो गई है। धरने में पशुपति राय, भोला राम, उपेंद्र राय, नंदलाल पांडेय, मुन्ना राय, रणजीत यादव, पुनपुन राय, सतेंद्र राय, झारखंडेय पांडेय, ज्ञानेंद्र राय, विनोद खरवार आदि शामिल थे। संचालन जय नारायण राय ने किया।