टीबी रोड के साथ सौतेला व्यवहार
रेवतीपुर (गाजीपुर) : ताड़ीघाट-बारा मार्ग को गड्ढामुक्त कराने के लिए तिलवां मोड़ पर दूसरे दिन मंगलवार को भी धरना-प्रदर्शन जारी रहा। जाति व धर्म से ऊपर उठकर आम लोग इस आंदोलन में एकजुट है। सभी के निशाने पर लोक निर्माण विभाग व जिला प्रशासन समेत वे जनप्रतिनिधि हैं जिनकी उदासीनता के चलते लोगों का सफर मुश्किल हुआ है।
धरना के दौरान 'टीबी रोड के लिए धन दो या गद्दी छोड़ दो' के नारे गूंज रहे थे। वक्ताओं ने कहा कि राज्य सरकार पूर्वी उत्तर प्रदेश की इस अति महत्वपूर्ण सड़क के साथ सौतेला व्यवहार कर रही है। बिहार को जोड़ने वाली सड़क से सरकार को बड़े पैमाने पर राजस्व मिलता है। इसके बावजूद सरकार मरम्मत के लिए फूटी पाई तक खर्च नहीं कर रही है। बीते एक दशक से गड्ढे में तब्दील सड़क का लाखों लोग दंश झेल रहे हैं।
आए दिन गड्ढों में गिरकर घायल होते रहते हैं। अधिकारियों और नेताओं को क्षेत्रीय लोगों के दुख से कोई सरोकार नहीं है। ऐसे में कर्तव्यबोध कराने के लिए जनता को सड़क पर उतरना पड़ रहा है। इस बार का आंदोलन निर्णायक होगा। जिलाधिकारी जब तक खुद मौके पर आकर प्रदेश सरकार के उच्चाधिकारियों से वार्ता कर सड़क को गड्ढामुक्त कराने की पहल नहीं करेंगे धरना-प्रदर्शन जारी रहेगा।
धरना-प्रदर्शन में ज्ञानेंद्र राय, राकेश राय, नंदलाल पांडेय, उपेंद्र कुमार शर्मा, झारखंडेय पांडेय, भोलानाथ पांडेय, भगवती तिवारी, सत्येंद्र राय, अवध बिहारी राय आदि शामिल थे। अध्यक्षता सच्चिदानंद राय व संचालन जय नारायण राय एडवोकेट ने किया।