Move to Jagran APP

अलविदा जुमा पर सजदे में झुके लाखों सिर

By Edited By: Published: Fri, 25 Jul 2014 06:42 PM (IST)Updated: Fri, 25 Jul 2014 06:42 PM (IST)
अलविदा जुमा पर सजदे में झुके लाखों सिर

गाजीपुर : माह-ए- रमजान के अलविदा जुमा पर शुक्रवार को लाखों सिर सजदे में झुक गए। मुस्लिम समुदाय ने नगर सहित ग्रामीण क्षेत्रों में बड़े ही अकीदत के साथ नमाज अदा की। मस्जिदें रोजेदारों से भरी थीं। इमाम ने खुतबे में रमजान की फजीलत व अजमत बयान की। रमजानुल मुबारक के जाने का गम उनके चहरे से साफ दिख रहा था। लोग जकात खैरात करते देखे गए।

loksabha election banner

खुतबे की आजान होते ही मिश्र बाजार, महुआबाग, नखास, टाउनहाल, जुड़नशहीद, बरबरहना, गोराबाजार, फुल्लनुपर, मियांपूरा आदि मस्जिदों में रोजेदार पहुंचने लगे। इमाम ने खुतबे में माह-ए-रमजान की फजील बयान की। साथ ही लोगों को गुनाहों से दूर रहते हुए नेकी करने की हिदायत दी। जुड़नशहीद स्थित शिया मस्जिद में मौलाना सैय्यद अली फखरी ने इजराइल द्वारा फिलिस्तिनीयों पर किए जा रहे जुल्म पर अफसोस जाहिर किया। कहा कि इस पर सभी मुल्कों को मिलकर विरोध करना चाहिए। सैदपुर : नगर सहित ग्रामीण अंचलों में स्थित मस्जिद पर एकत्र होकर मुस्लिम बंधुओं ने जुमा की नमाज अदा की। बहरियाबाद : स्थानीय कस्बा सहित क्षेत्र के मलिकन गांव, देईपुर, पलिवार, मखदुमपुर, झोटना की मस्जिदों में मुस्लिम बंधुओं ने भारी संख्या में एकत्रित होकर अलविदा जुमें की नमाज अदा की। दुल्लहपुर : अलविदा की नमाज निजामुद्दीपुर, सिरखी, जलालाबाद, सिखडी, के मस्जिदों में सहकुशल संपन्न हो गयी। खानपुर : बहेरी स्थित मस्जिद पर मुस्लिम बंधुओं ने नमाज अदा की। शादियाबाद : स्थानीय कस्बा स्थित जुमा मस्जिद, बरहट, कटघरा आदि जगहों पर स्थित मस्जिदों में जुमे की नमाज अदा की गई। भांवरकोल : क्षेत्र के फखनपुरा, मच्छटी, रानीपुर, सोनाड़ी, मिर्जाबाद, महेशपुर, वीरपुर आदि गांवों की मस्जिदों में अलविदा की नमाज अता की गई। मुस्लिम धर्मावलंबी रमजान के अंतिम जुमे की नमाज में काफी संख्या में भाग लिए। करीमुद्दीनपुर : क्षेत्र के ताजपुर, बथोर, मौरा, महेंद आदि गांवों में अलविदा की जुमा सकुशल संपन्न हुई। शांति व्यवस्था को लेकर थानाध्यक्ष हरे राम मौर्य मय फोर्स चक्रमण करते रहे।

कासिमाबाद : क्षेत्र के कासिमाबाद, सलामतपुर, गंगौली, जहूराबाद, बरेसर, अलावलपुर आदि गांवों में अलविदा की नमाज अदा की गई। दिलदारनगर : अलविदा जुमा की नमाज नगर सहित ग्रामीण क्षेत्रों में मस्जिद मदीना, गौसजुलवरा, वादी-ए-कमर, जामियां-अरबिया मख्जुनुल उलूम में रोजेदारों की भीड़ रही। वहीं उसिया, बहुआर, रक्सहां, ताजपुरकर्रा, मिर्ची, देवैथा आदि गांव में मस्जिद अदा की गई। बहादुरगंज : क्षेत्र की जामा मस्जिद में अलविदा जुमा की नमाज अदा हुई।

सड़कों पर जबरदस्त भीड़

मुहम्मदाबाद : नगर के जामा मस्जिद, फतेहबाग मस्जिद, यूसुफपुर जामा मस्जिद, मछली बाजार मस्जिद, तहसील तिराहा स्थित मस्जिद परिसर में नमाज अदा की गई। तहसील तिराहा परिसर के बाहर मुख्य सड़क पर आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा। नमाजियों की जमात खड़ी होने से दोनों तरफ से वाहनों का आवागमन पूरी तरह से बंद कर दिया गया था। नमाज समाप्त होने के बाद आवागमन बहाल किया गया। इसके अलावा महरूपुर, मलिकपुरा, परसा, अदिलाबाद, गौसपुर, शहबाजकुली, नोनहरा आदि गांवों में भी अलविदा की नमाज सकुशल संपन्न हुआ।

बैतुल मुकद्दस की आजादी की मांगी दुआ

गाजीपुर : नखास स्थित शिया मस्जिद में सुबह हुई बैठक में माह-ए-रमजान की अहमियत बयान हुई। शिया जागरण मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलना हसन में फिलिस्तिनियों पर किए जा रहे जुल्म की चर्चा की। कहा कि इजराइल द्वारा की जा रही बमबारी में हजारों बेगुनाह मारे जा चुके हैं। अफसोस है कि इस जुल्म के खिलाफ सभी मुल्क खामोशी अख्तियार किए बैठे हैं। इस दौरान उन्होंने बैतुलमुकद्दस की आजादी के लिए दुआ कराई। बैठक में मौलाना सैय्यद दिलावर हुसैन, मौलाना मुकर्रम अली, मौलाना ताहिर आब्दी, सैय्यद शबीहुल हसन, मोहम्मद मुस्तफा आदि थे।

रुखसत हो रहा नेकियों का मौसम

गाजीपुर : नेकियों का मौसम अब रुखसत हो रहा है। इस माहे मुबारक की रुखसती के मौके पर सदक-ए-फित्र की अदायगी है। अमीर लोग गरीबों के दुख-सुख बांटेंगे। यह सदक-ए-फित्र रोजेदारों के लिए तहारत और गरीबों के लिए नेमतों को लेने का जरिया भी है। दौलतमंद और अमीर लोग जितना इस फरीजे से दूर होते हैं। उतना ही मआशरे में गरीबी बढ़ती है। लिहाजा लोगों को चाहिए कि सदक-ए-फित्र की रकम को ईद से पहले ही अदा करें। यह रकम कई गरीब घरों में खुशहाली ला सकती है। लिहाजा राजेदारों को चाहिए कि इस फरीजे को अंजाम दें।

रोजा इफ्तार में दिखी गंगा-जमुनी तहजीब

दिलदारनगर : नगर के फल व्यवसायी मुन्ना राइनी की ओर गुरुवार की शाम रोजा इफ्तार के आयोजन में गंगा-जमुनी तहजीब का नजारा दिखा। बड़ी संख्या में हर धर्म के लोगों ने शिरकत कर रोजा अफ्तार किया। इसमें अलिशेर राइनी, फजल राइनी, खुर्शीद खां, बेचन, शमशाद आदि थे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.