अब नहीं होगी पशु तस्करी : डीआईजी
गाजीपुर : वाराणसी परिक्षेत्र के पुलिस उपमहानिरीक्षक एसके भगत बुधवार को जनपद में थे। उन्होंने जमानियां क्षेत्र के देवैथा गांव में ग्रामीणों से मुलाकात की। साथ ही स्थानीय कोतवाली का निरीक्षण किया। बाद में उन्होंने देर शाम पुलिस लाइन में मीडिया से बात की। इस दौरान डीआईजी ने कहा कि जिले में हो रही पशु तस्करी से इंकार नहीं किया जा सकता। एक रात में अगर ग्रामीण पशु लदे एक साथ पांच वाहन पकड़ते हैं तो इससे साफ जाहिर होता है कि पशु तस्करी जोरो पर हैं। हालांकि अब ऐसा नहीं चलेगा। अगर कोई भी पुलिस कर्मी या थानाध्यक्ष तस्करी में लिप्त पाया गया तो कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने कहा कि महिला उत्पीड़न के मामले को पुलिस गंभीरता से ले रही है। इसमें किसी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। सीओ व थानाध्यक्षों को निर्देश दिया गया है कि वे अपराधियों की सूची पांच दिनों के अंदर तैयार कर लें। साथ ही यह पता करे की कौन अपराधी जेल में है और कौन बाहर। डीआईजी ने कहा कि भू, वन और खनन माफिया की भी सूची तैयार की जाएगी। इसके बाद एक माह में इनके खिलाफ अभियान चलाकर गिरफ्तारी की जाएगी। जमीन संबंधी विवादों में तत्काल कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं। कारण कि छोटी-छोटी बातें बाद में बड़ा रूप ले लेती हैं। हत्या, लूट व छिनैती में शामिल अपराधियों पर विशेष निगाह रखने के निर्देश दिए गए हैं। कहा गया है कि ऐसे अपराधियों की सूची हर थाने में होनी चाहिए। कालेज आते-जाते छात्राओं से छेड़खानी करने वालों को चिह्नित कर कार्रवाई की जाएगी।
स्कूलों में छात्र-छात्राओं को जागरूक करेगी पुलिस
महिला उत्पीड़न व दुष्कर्म की घटनाओं को रोकने के लिए अब पुलिस स्कूलों में गोष्ठी के माध्यम से छात्र-छात्राओं को जागरूक करेगी। इसके लिए डीआईजी ने पुलिस क्षेत्राधिकारियों व थानाध्यक्षों को निर्देश दिया है। उन्होने कहा कि मां-बहने जागरूक होंगी तभी तक कोई अपराध नहीं रुक सकता। घर हो चाहे कालेज। उनका उत्पीड़न जहां भी उसके खिलाफ वे आवाज उठाएं।
जमानियां में मिली हेरोइन तस्करी की शिकायत
डीआईजी ने कहा कि जमानियां में हेरोइन तस्करी की शिकायत मिली है। जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि मंगलवार की भोर किसी ग्रामीण ने बताया कि पशु लदे तीन वाहन पकड़े गए हैं। इसे लेकर क्षेत्र में तनाव है। सूचना के बावजूद पुलिस नही आई। इस जानकारी के बाद मौके पर पुलिस अधीक्षक को भेजा गया। पता चला कि तनाव का कोई मामला ही नही है। डीआईजी ने कहा कि झूठी सूचना देने वाले भी पुलिस की गिरफ्त में होंगे।
ग्रामीणों ने निकाली भड़ास
जमानियां : क्षेत्र में धड़ल्ले से जारी पशु तस्करी की पोल बुधवार को देवैथा के ग्रामीणों ने डीआईजी एसके भगत के सामने खोली। ग्रामीणों ने बताया कि क्षेत्र से रोजाना सैकड़ों पशु लदे वाहन बिहार जाते है। डीआईजी ने कार्रवाई का आश्वासन दिया।
मालूम हो कि मंगलवार की भोर में देवैथा के युवकों ने बिहार जा रहे पशु लदे तीन वाहनों को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया था। उन्होंने फोन से इसकी सूचना डीआईजी को भी दी थी। बाद में यहां पुलिस अधीक्षक डा. उमेश चंद्र श्रीवास्तव भी पहुंचे थे। इस क्रम में ही डीआईजी भी दोपहर में देवैथा के ग्रामीणों से मुखातिब हुए। ग्रामीणों ने उनके सामने जमकर पुलिस के खिलाफ नाराजगी जाहिर की।
मुंशी लाइन हाजिर, सीओ व कोतवाल को चेतावनी
जमानियां : कोतवाली के निरीक्षण के दौरान रजिस्टर नंबर चार में प्रवृष्टियां दुरुस्त नहीं होने पर डीआईजी ने मुंशी महेंद्र प्रताप सिंह को लाइन हाजिर करने का निर्देश दिया। वही अपराधियों की सूची नहीं होने पर सीओ व कोतवाल को चेतावनी दी। कहा कि सूची तत्काल तैयार की जाए।
..तब चुप हो गया ग्रामीण
डीआईजी के आने के पहले ही पुलिस ने कुछ ग्रामीणों को अपने पक्ष में बोलने के लिए तैयार कर लिया था। डीआईजी के सामने कुछ ग्रामीण पुलिस की शिकायत करने लगे। इस बीच ऐसे भी लोग थे जिन्होंने शिकायतों को गलत ठहराने की कोशिश की। पुलिस का पक्ष लेने वालों को डीआईजी ने चुप करा दिया।