खरीदारी में नहीं दिख रहा उत्साह
गाजीपुर : मुस्लिम समुदाय का प्रमुख पर्व ईद के मौके पर बाजार में उत्साह नहीं दिख रहा है। पिछले वर्ष की अपेक्षा कपड़े, जूते-चप्पल की दुकानों पर ग्राहकों की भीड़ नहीं दिख रही है। हालांकि दुकानों पर स्टाक फुल है लेकिन ग्राहकों के न होने से दुकानदारों में मायूसी दिख रही है। लोगों का मानना है कि जुलाई के अंतिम दिनों में त्यौहार पड़ने के कारण लोगों की जेब खाली है।
महुआबाग स्थित रेडीमेड वस्त्र व्यवसायी आनंद अग्रवाल ने बताया कि पिछली वर्ष की अपेक्षा इस साल वस्त्रों की कीमत में इजाफा हुआ है। महीने का आखिरी होने के कारण लोगों की जेब भी खाली है। ईद में मात्र चार-पांच दिन बचे हैं लेकिन ग्राहक का पता नहीं है। पिछले वर्ष दस दिनों पहले से ही लोगों ने खरीदारी शुरू कर दी थी। वहीं लालदरवाजा के चूड़ी विक्रेता फिरोज ने बताया कि बाजार में सन्नाटा है। हो सकता है दो दिन पहले लोग घरों से बाहर निकले। अभी तक ग्राहकों का कोई पता नहीं है।
साप्ताहिक बंदी के दिन खुलेंगी दुकानें
मुहम्मदाबाद : ईद के त्योहार को देखते हुए व्यापार मंडल ने गुरुवार को होने वाली साप्ताहिक बंदी के दिन दुकानों को खोलने का फैसला लिया है। ईद उल फितर का त्योहार जैसे-जैसे नजदीक आता जा रहा है। नगर में दुकानों पर खरीदारों की भीड़ बढ़ती जा रही है। हालांकि पिछले वर्ष की अपेक्षा लोगों की भीड़ कम है। अफ्तार का समय समाप्त होने के बाद देर रात तक नगर की महिलाएं दुकानों पर पहुंचकर खरीदारी कर रही है। बाजार में सबसे अधिक भीड़ सूट, रेडिमेड कपड़े, सौंदर्य प्रसाधन, चूड़ी व चप्पल की दुकानों पर हो रही है। साड़ी व सूट के दुकानदार श्यामजी सिंह ने बताया कि उनकी दुकानों पर भीड़ कम हो रही है।