तेज धूप भी नहीं डिगा सकी रोजेदारों का हौंसला
गाजीपुर : तेज धूप भी रोजेदारों का हौसला नहीं डिगा सकी। अल्लाह के बंदों ने रोजा रखकर रोजमर्रा के काम को अंजाम दिया। मौके मिलते ही इबादत में डूब गए। हालांकि सुबह बारिश में मौसम ठंडा हो गया था लेकिन दोपहर बाद निकली तेज धूप ने तपिश बढ़ा दी। नगर सहित ग्रामीण क्षेत्रों में शनिवार को हर रोजेदार इबादत में मसरूफ दिखा। अफ्तार का समय होते ही मस्जिदों में रोजेदारों की भीड़ इकट्ठा होने लगी। मगरिब की आजान होते ही रोजेदारों ने रोजा खोला और नमाज अदा की। सदर कोतवाली क्षेत्र में रोजा अफ्तार का आयोजन किया गया जिसमें काफी संख्या में लोगों ने रोजा अफ्तार किया।
रोजा नाम है तकवा और परहेजगारी का। इस महीनें में रोजेदारों को गुनाह से बचने का खास हुक्म है। जाहिर है रोजेदार रमजान में गलत ख्वाहिशात पर काबू पाने की हर मुमकिन कोशिश करता है।
गर्मी के बावजूद दिन में काम-धंधे वालों को प्यास की शिद्दत का एहसास कम हो रहा है। ईद करीब होने के कारण बाजार में काफी चहल-पहल बढ़ने लगी है। कपड़ों, चप्पलों, चूड़ियों पर महिलाओं की काफी भीड़ देखी जा रही है। हालांकि खरीदारी पर महंगाई का असर साफ देखा जा रहा है। लोग अपने खर्चो में किफायत कर रहे हैं।
खैर बरकत वाली रात है लैलतुल कद्र
रमजानुल मुबारक के आखिरी अशरे का एहतिमाम इसलिये भी ज्यादा होता है कि उसी दौरान वह रात आती है जिसकी इबादत हजार महीनों की इबादत से बेहतर है। अल्लाहताला इरशाद फरमाता है कि बेशक हमने कुरान लैलतुल कद्र यानि बाइज्जत और खैर बरकत वाली रात में उतारा। लैलतुल कद्र हजार महीनों से बेहतर है, तलुए फज्र तक यह रात सलामती वाली होती है। इस रात की इबादत हजार महीनों यानि 83 साल चार महीनों की इबादत से अफजल है। अल्लाह ताला की यह बहुत बड़ी नेमत है कि एक रात में इबादत का इतना अधिक सवाब देता है। रसूल (स.) ने फरमाया कि जो शख्स ईमान के साथ और तलबे अज्रो सवाब की खातिर लैलतुल कद्र का कयाम करे उसके साबकह गुनाह माफ कर दिए जाते हैं। इसलिये लैलतुल कद्र आखिरी अशरे की तमाम ताक रातों को तलाश करनी चाहिए और उन रातों में कसरत से दुआ पढ़नी चाहिए। -लेखक जुनैद खां सल्फी, इमाम मस्जिद सैय्यदवाड़ा।
रोजा इफ्तार पार्टी का आयोजन
मुहम्मदाबाद : क्षेत्र के महरूपुर की ग्राम प्रधान अंजुम आरा के आवास पर शुक्रवार की शाम रमजानुल मुबारक के मौके पर रोजा इफ्तार पार्टी का आयोजन किया गया। इसमें सैकड़ों की संख्या में लोग शामिल हुए। इस मौके पर महबुल्ला खां, इकरामु खां, वकार खां, रामलक्ष्मण कुशवाहा, श्रीभगवान ठाकुर, सुरेंद्र राम, रामहुत राम आदि मौजूद रहे। आगंतुकों के प्रति आभार ग्राम प्रधान प्रतिनिधि अब्दुल्ला सिद्दीकी ने किया।