एनएच - 29 को सुधारने के लिए डीएम ने लिखी पांचवीं चिट्ठी
गाजीपुर : वाराणसी से गाजीपुर को जोड़ने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग - 29 की बदहाली ने प्रशासन की नाक में भी दम कर दिया है। इस मामले में जिलाधिकारी तक की सुनवाई नहीं हो रही है। ऐसे में आजिज डीएम ने राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण को फिर चिट्ठी लिखी है। इसमें उन्होने चेताया है कि एनएच -29 पर दुर्घटना होने के बाद जनाक्रोश भड़कने की स्थिति में प्राधिकरण के जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ एफआइआर दर्ज करने के अलावा प्रशासन के पास कोई विकल्प नहीं बचेगा।
राष्ट्रीय राजमार्ग -29 गाजीपुर की सीमा शुरू होने से जिला मुख्यालय ही नहीं वरन उसके आगे तक अरसे से खस्ताहाल है। जगह-जगह गढ्डे हैं। सैदपुर व नंदगंज के बीच हालात पूछने लायक नहीं है। इस सड़क की मरम्मत की मांग को लेकर नागरिकों ने दर्जन भर से अधिक मौकों पर धरना-प्रदर्शन किया। खस्ताहाल सड़क पर हादसों में कई लोगों को जान गंवानी पड़ी है। इसे गंभीरता से लेते हुए जिलाधिकारी चंद्रपाल सिंह ने राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण की वाराणसी इकाई के परियोजना निदेशक डा. सूरज प्रकाश से कई बार वार्ता की। हर बार आश्वासन मिलता रहा। इस दौरान कभी बारिश का भी बहाना किया गया। बहुत दबाव बना तो दो-तीन जगह मामूली तौर पर मरम्मत का कोरम पूरा कर दिया गया।
इस सड़क की स्थिति में खास सुधार ने देख डीएम ने बीते दिनों राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के परियोजना निदेशक को पांचवीं बार पत्र भेजा। इसमें उन्होंने अपने पहले लिखे पत्रों का भी हवाला दिया है। डीएम ने लिखा है कि एनएचएआई का यह मार्ग गाजीपुर जिले में गोमती नदी (सैदपुर) से शुरू होकर नंदगंज, मराहाराजगंज, नगर, रौजा, बिरनो, मरदह व मटेहूं से मऊ की ओर चला जाता है। यह रास्ता जनपद का यह प्रमुख मार्ग साल भर से बड़े-बड़े गढ्डों से युक्त है। इस सड़क पर कई दुर्घटनाएं हो चुकी हैं। इससे आक्रोशित नागरिकों ने जाम लगाकर एनएचएआइ के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने की मांग की। हालांकि प्रशासनिक व पुलिस अधिकारियों ने समझाकर लोगों को समय-समय पर शांत कराया। यह दीगर बात है कि एनएचएआइ की यह सड़क ठीक नहीं कराई गई। यदि भविष्य में कोई दुर्घटना हुई तो पुलिस प्रशासन के पास जनाक्रोश को देखते हुए मुकदमा दर्ज कराने के अलावा कोई विकल्प नहीं है।
चुनाव का दिया हवाला : डीएम ने अपने पत्र में लोकसभा चुनाव का भी हवाला दिया है। कहा है कि एनएच -29 का उपयोग निर्वाचन में लगे वाहनों को करना है। मार्ग में गढ्डों के होने से आवागमन में कठिनाई का सामना करना पडे़गा। यही नहीं पोलिंग पार्टियों वाले वाहनों के पलटने की आशंका से भी इंकार नहीं किया जा सकता है।
इन तिथियों में भेजे पत्र : 18 जून, 22 जुलाई, 30 दिसंबर ( वर्ष 2013), इस साल 19 फरवरी और पांच अप्रैल।