वह घर पर हिंदू और मदरसे में बन जाता है मुसलमान, जानें इस लड़के की पूरी कहानी
शादी के कुछ दिन बाद ही सलीम दोबारा धर्म परिवर्तन कर बिजेंद्र बन गया और करीमा सीमा बनी। समुदाय विशेष के लोगों ने बिजेंद्र पर धोखा देकर निकाह करने का आरोप लगाया।
गाजियाबाद (जेएनएन)। आठ दिन पहले मदरसे से लापता हुए सात वर्षीय राहुल का पुलिस अभी तक कोई सुराग नहीं लगा सकी, लेकिन इस मामले में नया पर्दाफाश जरूर हुआ है। राहुल सिर्फ राहुल नहीं था, दिनभर में उसे दो किरदार जीने पड़ते थे। मदरसे में पहुंचते ही जहां वह राहिल हो जाता था, वहीं घर पर राहुल। मदरसे में राहुल असलियत में राहिल के नाम से पंजीकृत था।
मूलरूप से रोहतक के मरौदी निवासी बिजेंद्र मुरादनगर में राज मिस्त्री हैं। 16 वर्ष पूर्व बिजेंद्र का रावली रोड स्थित ईंट-भट्ठे पर रहने वाली मुस्लिम युवती करीमा से प्रेमप्रसंग हो गया था। करीमा की जिद के चलते परिजनों ने इस्लाम कबूल कर सलीम बने बिजेंद्र से उसका निकाह कर दिया।
शादी के कुछ दिन बाद ही सलीम दोबारा धर्म परिवर्तन कर बिजेंद्र बन गया और करीमा सीमा बनी। समुदाय विशेष के लोगों ने बिजेंद्र पर धोखा देकर निकाह करने का आरोप लगाया। इसे लेकर रोष पनप गया। अब दोनों हिंदू रीति रिवाज से सहबिस्वा गांव में रह रहे हैं।
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बताया गया कि पिछले दिनों दंपती ने अपने सात वर्षीय बेटे राहुल का दाखिला स्कूल से हटाकर एक मदरसे में कराया था। मदरसे में राहुल को हिंदी, अंग्रेजी के साथ इस्लाम की तालीम दी जाती थी। राहुल मदरसे में राहिल के नाम से पंजीकृत है। आरोप है कि राहिल नाम मदरसे के शिक्षकों ने रखा है।
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राहुल मदरसे में इस्लाम धर्म का पालन करता, जबकि घर पहुंचने पर हिंदू धर्म। राहुल मदरसे में सबसे हुनरमंद है। रविवार को राहुल मदरसे में पढ़ने के लिए गया था, लेकिन फिर घर नहीं लौटा। शनिवार को समुदाय विशेष के लोगों पर अपहरण का आरोप लगाया था।