आइआइटी दिल्ली से वसुंधरा फ्लाइओवर का स्ट्रक्चर डिजाइन फाइनल
जागरण संवाददाता, गाजियाबाद : लंबी जद्दोजहद के बाद वसुंधरा फ्लाइओवर के स्ट्रक्चर डिजाइन को आइआइटी
जागरण संवाददाता, गाजियाबाद :
लंबी जद्दोजहद के बाद वसुंधरा फ्लाइओवर के स्ट्रक्चर डिजाइन को आइआइटी दिल्ली के विशेषज्ञों ने सोमवार को हरी झंडी दे दी है। फ्लाइओवर के बीच में आ रही विद्युत लाइन को शिफ्ट और ऊंचा करने का काम तेजी से चल रहा है। जीडीए अफसरों का कहना है कि जल्द ही छह लेन फ्लाइओवर का निर्माण शुरू कर दिया जाएगा।
¨लकरोड पर मोहन नगर टू आनंद विहार व यूपी गेट आने-जाने वालों को वसुंधरा रेड लाइट चौराहे पर जाम से मुक्ति दिलाने के लिए गाजियाबाद विकास प्राधिकरण (जीडीए) ने यहां छह लेन फ्लाइओवर बनाने की प्ला¨नग की है। इस फ्लाइओवर के लिए करीब डेढ़ साल से कवायद चल रही थी, लेकिन अलग कारणों से कोई न कोई रुकावट आ रही थी। वर्ष 2016 में जीडीए ने फ्लाइओवर का निर्माण इंफ्रास्ट्रक्चर फंड से कराने का निर्णय लेकर पहले प्रोजेक्ट को अवस्थापना निधि की बैठक में पास कराया। इसके बाद निर्माण के लिए सेतु निगम से करार किया। फ्लाइओवर की जनरल अरेंजमेंट ड्राइंग तैयार की गई और संशोधन कर फाइनल डिजाइन स्वीकृति के लिए आइआइटी दिल्ली को भेजा दिया। इसी बीच सेतु निगम से पाइल टे¨स्टग समेत निर्माण संबंधी तमाम तकनीकी जांच कराई गईं। सोमवार को आइआइटी दिल्ली से फाइनल स्ट्रक्चर डिजाइन को स्वीकृति मिल गई है। जीडीए अफसरों का कहना है कि जल्द ही विद्युत लाइन शि¨फ्टग और ऊंचा करने का काम पूरा कर फ्लाइओवर का निर्माण शुरू किया जाएगा है। फ्लाइओवर निर्माण के लिए जीडीए कुल 50 करोड़ रुपये खर्च करेगा।
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लाखों लोगों को मिलेगी राहत
¨लकरोड पर वसुंधरा रेड लाइट चौराहा इन दिनों शहर का बड़ा जाम प्वाइंट बना है। यहां से गुजरने वाले लाखों लोगों को रोजाना परेशानी झेलनी पड़ती है। फ्लाइओवर बनने से राहगीर बिना जाम में फंसे मोहन नगर टू आनंद विहार व यूपी गेट फर्राटा भर सकेंगे। फ्लाइओवर बनने से यह चौराहा जाम और सिग्नल फ्री हो जाएगा।