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दस फीसद कम हो गया रोडवेज का लोडफैक्टर

जागरण संवाददाता, कौशांबी : नोटबंदी के चलते बीते एक माह के दौरान कौशांबी रीजन को लगभग दस फीसद लोड फैक

By Edited By: Published: Thu, 08 Dec 2016 10:20 PM (IST)Updated: Thu, 08 Dec 2016 10:20 PM (IST)
दस फीसद कम हो गया रोडवेज का लोडफैक्टर

जागरण संवाददाता, कौशांबी : नोटबंदी के चलते बीते एक माह के दौरान कौशांबी रीजन को लगभग दस फीसद लोड फैक्टर कम हुआ है।

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नोटबंदी के बाद कम हुए लोड फैक्टर को बढ़ाने के लिए रोडवेज दिसंबर के तीसरे सप्ताह से कुछ नई बसों को जोड़ेगा। जिन मार्ग पर अधिक सवारियां और लंबी दूरी की बसों का संचालन होता है वहां सवारियों को रोडवेज से जोड़ा जा सके। शादी ब्याह का सीजन होने के बाद भी बसों में भीड़ नहीं होने से अधिकारी भी परेशान और हैरान है।

रोडवेज के आरएम पीके बोस ने कहा है कि नवंबर माह का औसत लोड फैक्टर करीब दस फीसद गिरा है। जबकि पिछले साल नवंबर के माह में लोड फैक्टर में चालीस फीसद की बढ़ोतरी दर्ज हुई थी। बोस का कहना है कि नवंबर व दिसंबर शादी ब्याह का महीना होने के कारण लंबी दूरी व आसपास के इलाकों में चलने वाली बसों में अधिक यात्री सफर करते हैं जिसके चलते रोडवेज की औसत कमाई भी बढ़ती थी। इस बार नोटबंदी के कारण पैसों की किल्लत और खुले पैसों की समस्या आने से बसों से यात्रियों की दूरी बनी जिससे घाटा हुआ है।

नई बसों के संचालन पर असर : कौशांबी रोडवेज के आरएम पीके बोस ने बताया है कि बीते साल नवंबर में कई इलाकों के साथ लंबी दूरी की एसी बसों का भी संचालन शुरु किया गया था। इस बार केवल कुछ ही रूट पर नई बसें लगाई जा सकी हैं। वहीं टिकट काटने के काम भी खुले पैसों की दिक्कत के चलते यात्रियों ने रोडवेज से दूरी बना ली है। उनके अनुसार ऑन लाइन बु¨कग व एप के जरिये आरक्षण का काम सामान्य चल रहा है।


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