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खुद ही दवाई रखता था और नकली बताकर पकड़वा देता था

जागरण संवाददाता, लोनी : पहले एक दुकान किराए पर लेकर उसमें दवाएं रखवाता फिर नकली बताकर औषधि निरीक्षक

By Edited By: Published: Wed, 21 Sep 2016 09:31 PM (IST)Updated: Wed, 21 Sep 2016 09:31 PM (IST)
खुद ही दवाई रखता था और
नकली बताकर पकड़वा देता था

जागरण संवाददाता, लोनी : पहले एक दुकान किराए पर लेकर उसमें दवाएं रखवाता फिर नकली बताकर औषधि निरीक्षक से छापेमारी करवाता और रिपोर्ट दर्ज करवा कर दवा कंपनी को अपना गुडवर्क दिखाता। नकली दवाओं की धरपकड़ कराने वाले एक दवा कंपनी कर्मचारी को गिरफ्तार कर लोनी पुलिस ने उसके गोरखधंधे का पर्दाफाश किया है।

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सीओ लोनी अनिल यादव के अनुसार पकड़ा गया युवक संजय दिल्ली के तीमारपुर इलाके का रहने वाला है। वह खुद को मुस्तफा हुसैन एजेंसी का कर्मचारी बता रहा है। यह एजेंसी मशहूर दवा कंपनी के लिए ब्रांड प्रमोशन का काम करती है। बहुत ही सुनियोजित ढंग से संजय पहले किसी भी क्षेत्र में कोई दुकान या मकान किराए पर लेता है और वहां पर कुछ दवाइयां लाकर रख देता है। फिर पुलिस व औ

षधि निरीक्षक को क्षेत्र में नकली दवाएं बनाने व बिकने की जानकारी देता है। इसके बाद अधिकारियों के साथ वहां पर छापेमारी करवाता है और एफआइआर दर्ज करवा कर दवा कंपनी को अपना गुडवर्क दिखाने का काम करता है। इस काम में यह कुछ स्थानीय पत्रकारों को भी अपने साथ मिला लेता है। जो कार्रवाई के लिए पुलिस व औषधि निरीक्षक पर दबाव बनाते हैं। बाद में यहंी पत्रकार नकली दवा पकड़े जाने की खबर बढ़ा चढ़ाकर पेश करते हैं।

ऐसे आया पकड़ में :- सीओ लोनी के अनुसार संजय व दो स्थानीय पत्रकारों की सूचना के बाद औषधि निरीक्षक विवेक ¨सह व जुनैद अली ने लोनी तहसीलदार को साथ मंगलवार की देर शाम टीला गांव स्थित एक दुकान पर छापेमारी की। जहां से फाइजर व अन्य कंपनियों की बीस हजार कीमत की दवाएं तो बरामद हुई। मगर दुकान पर कोई दुकानदार नहंी मिला। आसपास के लोग भी दुकानदार के बारे में कोई जानकारी नहीं दे पाए। घटना की रिपोर्ट भी दर्ज कर ली गई। मगर संजय की कार्यशैली पर पुलिस को शक हो गया। बुधवार को पुलिस ने संजय से सख्ती से पूछताछ की तो इस गोरखधंधे का पर्दाफाश हो गया।

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संजय के सहयोगी आशीष की तलाश तेज :- सीओ लोनी के अनुसार संजय ने पांच दिन पहले ही टीला गांव में दुकान किराए पर ली थी। और दवाइयां रखने के बाद आशीष नाम के एक युवक को वहां बिठा दिया था। लेकिन जब औषधि विभाग की टीम छापेमारी करने पहुंची, तो संजय ने आशीष को पहले ही सूचना दे दी। संजय द्वारा गोरखधंधे का पर्दाफाश कर दिए जाने के बाद से आरोपी आशीष व इस मामले में साथ देने वाले दो कथित पत्रकारों की तलाश की जा रही है।

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दसवीं कक्षा में तीन बार फेल हो चुका है आरोपी संजय :- सीओ लोनी के अनुसार आरोपी संजय दसवीं कक्षा में तीन बार फेल है। फिर भी वह एक दवा कंपनी के लिए ब्रांड प्रोमोशन का काम करने वाली एजेंसी में काम कर रहा था। जांच की जा रही है कि कहंी उसने एजेंसी में भी अपनी

शिक्षा के बारे में कोई गलत जानकारी तो नहंी दे रखी है।

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कई शहरों में कर चुका है ऐसे कारनामे :-

औषधि निरीक्षक विवेक ¨सह के अनुसार जानकारी में आया है कि आरोपी संजय मेरठ, बुलंदशहर व हापुड़ में इसी तरह कई कारनामे कर चुका है। संबंधित जिलों के औषधि निरीक्षकों से बात कर इसकी पुष्टि की जा रही है।


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