यात्रियों को ढो रहा परिवहन परिवार, निगम को नहीं परवाह
जागरण संवाददाता, कौशांबी : कौशांबी बस अड्डे के सामने से डग्गामारी पर अंकुश नहीं लग रहा है। आलम यह
जागरण संवाददाता, कौशांबी :
कौशांबी बस अड्डे के सामने से डग्गामारी पर अंकुश नहीं लग रहा है। आलम यह है कि परिवहन निगम का लोगो लगाकर डग्गामार बसें धड़ल्ले से बस अड्डे के सामने से यात्रियों को ढो रही हैं, यात्रियों की जेबों पर डाका डाल रही हैं और वहीं परिवहन निगम को लाखों रुपये का चूना रोजाना लग रहा है। बावजूद इसके परिवहन निगम डग्गामारी पर रोक लगाना तो दूर परिवहन परिवार वाली बसों के खिलाफ मुकदमा भी नहीं दर्ज करा रहा है।
दिल्ली से सटे गाजियाबाद के कौशांबी बस अड्डे पर रोजाना 25 से 30 हजार यात्री गुजरते हैं। लेकिन इस बस अड्डे पर न तो यात्री सुविधाएं बढ़ रही और न ही बड़े पैमाने पर हो रही डग्गामारी पर अंकुश लग रहा है। पूरे दिन बस अड्डे के गेट के सामने डग्गामार बसों व निजी वाहनों का जमावड़ा लगा रहता है। दिलचस्प बात यह है कि कई डग्गामार बस संचालकों ने अपनी बसों में परिवहन निगम का लोगो बना रखा। बसों में परिवहन निगम की जगह उत्तर प्रदेश परिवहन परिवार लिख रखा है।
इससे यात्री अक्सर भ्रमित होकर बस में सवार हो जाता है। बाद में बस के क्लीनर यात्रियों से मनमाना पैसा वसूलते हैं। मेरठ, बुलंदशहर रूट पर चलने वाली कई डग्गामार बसों में परिवहन निगम का लोगो धड़ल्ले से इस्तेमाल हो रहा है। इन बसों के ड्राइवर हर रोज कौशांबी व मोहन नगर बस स्टेशन से खुलेआम सवारियां उठाते हैं लेकिन परिवहन निगम के अधिकारी इनकी ओर नजर भी नहीं डालते। इन बसों की वजह से रोडवेज को लाखों रुपये की चपत रोज लग रही है। परिवहन निगम के प्रबंध निदेशक व आयुक्त द्वारा हर महीने डग्गामारी पर अंकुश लगाने के लिए धरपकड़ करने के आदेश जारी किए जाते हैं। लेकिन सारे आदेश हवाहवाई साबित हो रहे हैं।
डग्गामारी के खिलाफ समय-समय पर अभियान चलाया जाता है। रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को भेजी जाती है। इसी सप्ताह एआरटीओ व एआरएम की संयुक्त टीम ने चे¨कग में तीन डग्गामार बसों को पकड़ कर पुलिस के हवाले किया गया था। परिवहन निगम का लोगो लगा कर चलने वाली निजी व डग्गामार बसों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए जल्द ही व्यापक स्तर पर अभियान चलाया जाएगा।
-पीके बोस, आरएम, रोडवेज गाजियाबाद।