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मुठभेड़ में पकड़ा गया सिपाही का हत्यारोपी

जागरण संवाददाता, गाजियाबाद : बंथला चौकी में घुसकर बुधवार रात की गई सिपाही की गोली मारकर हत्या मामले

By Edited By: Published: Thu, 26 Nov 2015 08:09 PM (IST)Updated: Thu, 26 Nov 2015 08:09 PM (IST)
मुठभेड़ में पकड़ा गया सिपाही का हत्यारोपी

जागरण संवाददाता, गाजियाबाद : बंथला चौकी में घुसकर बुधवार रात की गई सिपाही की गोली मारकर हत्या मामले में पुलिस ने गोली मारने वाले मुख्य आरोपी को मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया है। पकड़े गए बदमाश को तीन गोलियां लगी हैं। उसे नरेंद्र मोहन अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जबकि उसके दो साथ मौके से फरार हो गए। पकड़ा गया आरोपी जेल में बंद कुख्यात हरेंद्र खड़खड़ी का चचेरा भाई ओमकुमार उर्फ ग्यासी है। पुलिस ने उसके पास से हत्या में प्रयुक्त नौ एमएम की पिस्टल व सिपाही के खून से सनी कमीज बरामद की है। आरोपी ने पुलिस पूछताछ में नशे की हालत में सिपाही की हत्या करना कबूला है। निठौरा के पास करीब आधा घंटा चली मुठभेड़ में बदमाशों व पुलिस के बीच बीस से अधिक राउंड फाय¨रग हुई। मुठभेड़ के दौरान लोनी थाना प्रभारी एपी ¨सह की सरकारी गाड़ी में भी तीन गोली लगी। इस दौरान गाड़ी में तैनात पुलिसकर्मी बाल-बाल बच गए।

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रात से ही शुरू हो गई हत्यारों की तलाश

एसएसपी धर्मेंद्र ¨सह ने बताया कि सिपाही सुदेश यादव की हत्या का खुलासा पुलिस के लिए चुनौती था। रात से ही पुलिसकर्मी हत्यारों का सुराग लगाने में जुटे हुए थे। इसे चलते पूरे लोनी क्षेत्र में चे¨कग अभियान चलाया गया था। बृहस्पतिवार दोपहर करीब 12 बजे चिरौड़ी रोड पर निठौरा के भट्ठों के पास पुलिस को एक डिस्कवर मोटरसाइकिल पर तीन संदिग्ध लोग जाते हुए दिखाई दिए। पुलिस ने उन्हें रोकने का प्रयास किया तो तीनों ने पुलिस पर ताबड़तोड़ फायर झोंक दिए। इस पर पुलिस ने बदमाशों की घेराबंदी की और जवाबी कार्रवाई की। इस दौरान एक बदमाश को तीन गोली लगी और वह मौके पर गिर पड़ा जबकि उसके अन्य दो साथी मौके से फरार हो गए। उसके बायें पैर में दो गोली और दायें पैर में एक गोली लगी है। उसे पुलिस ने मोहननगर स्थित नरेंद्र मोहन अस्पताल में भर्ती कराया। यहां उसकी हालत गंभीर बनी हुई है। पकड़े गए आरोपी की पहचान खड़खड़ी गांव निवासी ओमकुमार उर्फ ग्यासी के रूप में हुई है। वह जेल में बंद कुख्यात हरेंद्र खड़खड़ी का चचेरा भाई व गिरोह का शूटर है। छह माह पूर्व उसने गांव में नीटू पर गोली चलाकर जानलेवा हमला किया था। इस मामले में पुलिस ने इसके दो भाई ओमसेन व सुभाष को पूर्व में गिरफ्तार कर लिया था जबकि ग्यासी फरार चल रहा था।

गयासी का पिता जस्सड़ भी आपराधिक प्रवृति का है और कई बार जेल जा चुका है। पुलिस ने इसके पास से सिपाही की हत्या में प्रयुक्त नौ एमएम की पिस्टल व सिपाही के खून से सनी कमीज बरामद की है। पुलिस कमीज व पिस्टल को फोरेंसिक जांच के लिए भेज रही है। ग्यासी ने पुलिस पूछताछ में बताया कि वह बंथला चौकी के पास एक बारात में शामिल होने के लिए आया था। उसने अपने साथियों के साथ शराब पी, इस दौरान उनके पास पानी खत्म हो गया। इसके चलते वह चौकी में पानी लेने के लिए घुस गए। यहां मौजूद सिपाही सुदेश यादव ने उन्हें डांट कर भगा दिया। इस पर उसने सुदेश के सीने में गोली मारकर उसकी हत्या कर दी और मौके से फरार हो गया। यहां से गांव पहुंचा और गांव में ही जाकर सो गया। सुबह होने पर वह साथियों के साथ क्षेत्र छोड़कर फरार हो रहा था। इस दौरान ही उसकी पुलिस से मुठभेड़ हो गई। पुलिस उसके फरार साथियों व गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश में जुटी है।

गिरोह के सदस्यों पर लगेगा रासुका

एसएसपी धर्मेंद्र ¨सह ने बताया कि हरेंद्र खड़खड़ी समेत उसके गिरोह के नौ सदस्य जेल में बंद हैं। पुलिस गिरोह के सभी सदस्यों की सूची तैयार कर रही है। इस गिरोह के सभी सदस्यों पर पुलिस राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत निरुद्ध करेगी।

यह हुई थी घटना

बुधवार रात लोनी थाना क्षेत्र की बंथला चौकी पर तैनात सिपाही सुदेश यादव (28) की तीन बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। आरोपी शराब के नशे में शराब पीने के लिए पानी लेने के लिए चौकी में घुसे थे। सिपाही द्वारा उन्हें रोके जाने पर उन्होंने हत्या को अंजाम दिया। चौकी के भीतर हुई इस सनसनीखेज वारदात के बाद पुलिस में हड़कंप मच गया। मौके पर आईजी आलोक शर्मा, एसएसपी धर्मेंद्र ¨सह ने पहुंचकर घटना की जांच की। फोरेंसिक टीम ने भी मौके से कई नमूने जांच के लिए एकत्र किए थे।

2005 बैच के सिपाही थे सुदेश यादव

मूल रूप से मैनपुरी के करहल कस्बे के नंगलादीप गांव के रहने वाले दीनदयाल ¨सह यादव खेती करते हैं। उनके पुत्र सुदेश यादव वर्ष 2005 बैच में उत्तर प्रदेश पुलिस में सिपाही के पद पर भर्ती हुए थे।। विभिन्न जिलों में रहने के बाद वर्ष 2011 में उनकी तैनाती गाजियाबाद में की गई थी। वर्ष 2013 से वह बंथला चौकी पर तैनात थे। वर्तमान में वह चौकी के पास ही मकान लेकर परिवार के साथ रह रहे थे। सुदेश के बड़े भाई उपदेश यादव सरकारी विद्यालय में शिक्षक हैं, जबकि छोटा भाई मनोज पिता के साथ खेती करता है।

सिपाही का शव मैनपुरी ले गए परिजन

हत्या की सूचना मिलने के बाद सुदेश के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। बृहस्पतिवार सुबह पुलिस लाइन पहुंचे सुदेश के पिता दीनदयाल ¨सह, भाई उपदेश, मनोज, चाचा राम स्वरूप, रामेश्वर दयाल, चचेरा भाई राम बिहारी व अन्य परिजन शव को मैनपुरी लेकर रवाना हो गए। इस दौरान वह एसएसपी धर्मेंद्र ¨सह के गले लगकर रो पड़े। एसएसपी धर्मेंद्र ¨सह ने उन्हें हर संभव मदद का आश्वासन दिया है।


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