गोल पार्क मामले में एनजीटी ने जिला प्रशासन को किया तलब
जागरण संवाददाता, राजेंद्र नगर : नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल ने राजेंद्रनगर के गोल पार्क की बदहाली के मामल
जागरण संवाददाता, राजेंद्र नगर : नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल ने राजेंद्रनगर के गोल पार्क की बदहाली के मामले में नगर निगम और जिला प्रशासन को तलब किया है। गोल पार्क निकट कल्याण समिति ने पार्क की बदहाली व व्यवसायीकरण के संबंध में एनजीटी में वाद दायर किया था। वाद की सुनवाई करते हुए एनजीटी ने नगर निगम व जिला प्रशासन को आगामी 13 अक्टूबर तक जबाब देने के लिए तलब किया है।
गोल पार्क निकट कल्याण समिति के अध्यक्ष कैलाश चंद्र शर्मा ने बताया कि गोल पार्क के रखरखाव का जिम्मा जीडीए ने नगर निगम को दे रखा है। नगर निगम पार्क के रखरखाव पर कोई ध्यान नहीं दे रहा है। बल्कि उसे और बदहाल करने पर जुटा है। उन्होंने बताया कि स्थानीय लोगों ने आपस में धन एकत्र करके पार्क में कुछ पौधरोपण किया है। साथ ही मुख्य द्वार सही कराया है। पार्क को व्यवस्थित रूप से विकसित करने के लिए लोगों ने खुद ही एक नक्शा बनाया है। जिसे नगर निगम व जिला प्रशासन को सौंपा गया है। लोगों ने नगर निगम से उसी नक्शे के आधार पर पार्क को विकसित करने की मांग की। लेकिन नगर निगम व जिला प्रशासन के अधिकारियों ने नहीं सुना। उन्होंने बताया कि पार्क के ग्रीन बेल्ट में पूरे इलाके का कूड़ा डाला जाता है। साथ ही लोगों ने पार्क व ग्रीन बेल्ट में झुग्गियां डाल रखी हैं। पार्क में असामाजिक तत्वों का जमावड़ा रहता है। इसकी भी तमाम शिकायत की गई, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई।
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आयोजनों को मिल रही अनुमति :
कैलाश चंद्र शर्मा ने बताया कि पार्क में किसी तरह के आयोजन की मनाही है, लेकिन धन कमाने के चक्कर में नगर निगम विभिन्न आयोजनों की अनुमति देता रहता है। आयोजन होने से पार्क में और बदहाली फैलती है। पार्क में लगे पेड़-पौधों को नुकसान पहुंचता है। आयोजनों पर रोक लगाने के लिए उन लोगों ने नगर निगम के अधिकारियों से लेकर जिलाधिकारी से मांग की, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। अधिकारियों ने न सुनने पर उन लोगों ने एनजीटी में वाद दायर किया। उन्होंने बताया कि एनजीटी ने नगर निगम व जिला प्रशासन से 15 अक्टूबर तक जबाब तलब किया है।