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चौकी के पास चल रहा था ऑनलाइन जुआ घर

जागरण संवाददाता, इंदिरापुरम (गाजियाबाद) : इंदिरापुरम पुलिस ने अभय खंड चौकी के निकट से एक हिस्ट्रीशी

By Edited By: Published: Fri, 03 Jul 2015 07:32 PM (IST)Updated: Fri, 03 Jul 2015 07:32 PM (IST)
चौकी के पास चल रहा
था ऑनलाइन जुआ घर

जागरण संवाददाता, इंदिरापुरम (गाजियाबाद) : इंदिरापुरम पुलिस ने अभय खंड चौकी के निकट से एक हिस्ट्रीशीटर के घर में चल रहे ऑनलाइन जुआघर का भंडाफोड़ किया है। सीओ इंदिरापुरम अतुल यादव ने बताया कि जुआ घर के संचालन में मदद करने वाले दो कर्मचारियों सहित दस लोगों को पकड़ा गया है। पुलिस ने इनसे 54 हजार रुपये नकद, 5 एलसीडी, 5 सीपीयू, 7 मोबाइल फोन और 6 टेबल कंप्यूटर बरामद किए हैं। बीते एक साप्तह से जुआ घर संचालित हो रहा था। पुलिस को इस मामले में दिल्ली लक्ष्मी नगर में रहने वाले जुआ घर के मास्टर माइंड भोपाल और इस खेल को संचालित करने में शामिल उसके साले विक्की व संदीप की तलाश है।

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डीयू के छात्रों पर था जुआ घर का चार्ज

एसएचओ गोरखनाथ यादव ने बताया रात को नौ से लेकर देर रात तक जुआ खेला जाता था। संचालक भोपाल ने महालक्ष्मी इंक्लेव थाना करावल नगर के रहने वाले राहुल को 12 हजार रुपये की नौकरी पर कंप्यूटर संचालन और देखरेख के लिए रखा था। राहुल दिल्ली विश्वविद्यालय से बीए द्वितीय वर्ष की पढ़ाई भी कर रहा है। वह सात दिन पहले इस धंधे में शामिल हुआ। पुलिस ने बताया कि नितिन जायसवाल इग्नू से डिप्लोमा इंजीनियर है उसे रोजाना 14 हजार रुपये मिलते थे। नितिन का काम पैसा लगवाना और घर बैठे ऑन लाइन जुआ खेलने वाले लोगों से हर जीत का पैसा लाना और ले जाना था। पुलिस ने छापेमारी के दौरान आलम, अमित, ज्ञानेंद्र, सुमित, बलवंत, संदीप, सचिन व राजा को दबोचा है। सभी यहां पैसा लगाकर ऑन लाइन जुआ खेल रहे थे।

चौकी पुलिस को नहीं लगी कार्रवाई की भनक :-

जुआ घर पर हुई कार्रवाई पुलिस ने बेहद गुप्त तरीके से की। सीओ, एसएचओ व एसओजी की टीम ने पूरा ऑपरेशन अंजाम दिया। पुलिस ने पहले वहां का पूरा हाल जाना और फिर गिरफ्तारी हुई। टीम में दारोगा अंजनी कुमार, राजीव, विपिन सुनील और संदीप साथ रहे। सीओ की मानें तो ऑन लाइन जुआ पुलिस के लिए नया सिर दर्द है। अॅानलाइन वेबसाइट के जरिए घर बैठे कोई भी जुआ खेल सकता है। अधिकांश ऐसी वेबसाइट लोगों को पसंद का गेम खिलवाती हैं। गेम में जीतने के बाद आपके एकाउंट में रुपये जमा करा दिए जाते हैं। इसके लिए पहले आपको लॉगिन आइडी लेना होता है जो रुपये जमा कराने के बाद दिया जाता हैं। लॉगिन आइडी से आपका पूरा एकाउंट संचालन होता है।

हिस्ट्रीशीटर भी बनेगा आरोपी :- सीओ ने कहा कि इस मामले में पुलिस हिस्ट्रीशीटर और मकान मालिक जुगल जाटव को भी आरोपी बना रही है। यह सेंटर एक सप्ताह पहले किराए के मकान में अभय खंड इलाके में खोला गया था। सेंटर में दिल्ली गाजीपुर, खोड़ा के लोग जुआ खेलने आ रहे थे। एसओजी दरोगा अंजनी ने बताया कि इस गिरोह ने ऑनलाइन जुआ खिलाने के लिए एक वेबसाइट बनाई थी। वेबसाइट के जरिए यह लोगों से रुपये लेकर उनको लॉगिन आइडी व पासवर्ड दे देते थे। उसके बाद यह लोगों को उनकी पसंद के गेम खिलाते थे। गिराहे के लोग लॉगिन आइडी और पॉइंट्स देने के लिए पहले 500 से लेकर पांच हजार रुपये लेते थे। यह जुआ खेलने वालों को घर बैठे खेलने और सेंटर पर आकर खेलने का भी ऑफर देते थे।


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