झटकों से दहले लोग
जागरण संवाददाता, गाजियाबाद : भूकंप के झटकों से शनिवार को महानगर के लोग दहल गए। लोग घरों से निकलकर
जागरण संवाददाता, गाजियाबाद :
भूकंप के झटकों से शनिवार को महानगर के लोग दहल गए। लोग घरों से निकलकर सड़कों पर आ गए। हाउसिंग सोसाइटीज और ऊंची इमारतों में रहने वाले अधिक खौफजदा नजर आए। दहशत का आलम यह था कि झटके थमने के एक से दो घंटे बाद भी लोग सड़कों पर इधर-उधर घूमते रहे।
गाजियाबाद में पहला झटका सुबह 11 बजकर 45 मिनट पर लगा जो कि लगभग एक मिनट तक रहा। दूसरा 12 बजकर 18 मिनट पर महसूस किया, जो 25 सेकेंड तक महसूस किया। इस दौरान पंखे झूलते आए। कुर्सियां, मेज, टेबल पर रखे कंप्यूटर टेबल भी काफी देर तक हिलते रहे। गोविंदरपुर, क्रासिंग रिपब्लिक, राजनगर एक्सटेंशन में 20 से 25 मंजिला इमारतों में रहने वाले लोगों ने झटके को अधिक महसूस किया और उनमें अधिक खौफ देखा गया। कविनगर, राजनगर, आरडीसी, नेहरू नगर, मालीवाड़ा, शास्त्रीनगर, राकेश मार्ग, पंचवटी, अशोक नगर क्षेत्र में भी काफी देर तक लोग सड़कों पर घूमते हुए भूकंप के बारे में चर्चा करते रहे।
शुरू में चार पांच सेकेंड तक लोग कुछ समझ नहीं पाए लेकिन जैसे ही उन्हे पता चला कि यह भूकंप का झटका है वह भागों भागो भूकंप आया कहते हुए चिल्लाने लगे।
मॉल के बाहर जमा हुए लोग
लोग मॉल से निकल कर बाहर सड़क की तरफ भागे। आरडीसी स्थित गौड़ सेंट्रल मॉल में काम कर रहे कर्मचारी आधा घंटे तक सड़क पर और पार्किंग एरिया में रहे। भूकंप के कारण शाम को मॉल में आने वाले लोगों की भी भीड़ कम रही।
बच्चों को क्लास से निकाला
भूकंप आने के बाद डीपीएसजी, नेहरू वर्ल्ड सहित कई अन्य स्कूलों में शिक्षक बच्चों को लेकर मैदान में आ गए। बच्चों के अभिभावक तत्काल स्कूल पहुंचे और बच्चों को लेकर घर आ गए।
कुर्सी हिलते ही बाहर निकले एसडीएम
जिस समय भूकंप आया एसडीएम सदर केशव कुमार कार्यालय में लोगों की शिकायतें सुन रहे थे। अचानक कुर्सी, मेज और कंप्यूटर हिलने लगा। केशव कुमार ने बताया कि भूकंप का एहसास होते ही वह सभी लोगों के साथ कलक्ट्रेट के बाहर आ गए। झटका महसूस करने के बाद जीडीए उपाध्यक्ष संतोष कुमार यादव सहित कार्यालय में मौजूद सभी अधिकारी पार्किंग एरिया में पहुंच गए।
अफवाहों का दौर रहा जारी
गाजियाबाद में दो बार भूकंप के झटके महसूस किए गए लेकिन अफवाहों में इसकी संख्या लगातार बढ़ती रही। दोपहर में लोग छोटे छोटे झटके आने की अफवाह फैलाते रहे। ह्वट्स एप और मोबाइल पर गोविंदपुरम और क्रासिंग रिपब्लिक में लेंटर गिरने और मकानों में दरारे आने की अफवाहें भी फैलती रहीं।
गाजियाबाद में भूकंप में कोई नुकसान नहीं हुआ है। मैं क्रासिंग रिपब्लिक, राजनगर एक्सटेंशन के अलावा मुरादनगर भी गया लेकिन कहीं कोई नुकसान की बात नहीं है। भूकंप के बाद ऐतिहात बरतते हुए स्कूलों को बंद करा दिया गया। आपदा प्रबंधन टीम को अलर्ट पर रखा गया है।
: विमल कुमार शर्मा, जिलाधिकारी, गाजियाबाद।
पहली बार मैंने भूकंप को महसूस किया। एक मिनट से भी अधिक समय तक झटके लगते रहे।
: अंकुर
मैं सोफा पर बैठकर टीवी देख रहा थी। शुरू में लगा कि कोई सोफा को हिला रहा है लेकिन जब लगातार हिलता रहा तो मैं डर गई और भागकर बाहर निकल गई।
: बबली चौधरी
मैं छठी मंजिल पर था। भूकंप आने के बाद मैं सीढ़ी के रास्ते नीचे उतरा। मेरे पीछे कई लोग उतर रहे थे। भूकंप रुकने के बाद भी फ्लैट में जाने में डर लग रहा था।
: नरेश गौतम
मुझे डर लग रहा है कि कहीं फिर से भूकंप तो नहीं आएगा। पहले भी गाजियाबाद में छोटे छोट भूकंप आए हैं लेकिन भगवान की कृपा है कि कोई बड़ा भूकंप नहीं आया।
-बीडी शर्मा
मोदीनगर : भूकंप के चलते मोदीनगर के लोग भी घबरा गए। सौंदा रोड स्थित टेलीफोन एक्सचेंज में कार्यरत अधिकारी से लेकर कर्मचारी तक भाग खड़े हुए, वहीं लोग घरों से भी बाहर निकल आए। भूकंप के झटकों की तीव्रता को लेकर पूरे दिन चर्चा का माहौल रहा।
टेलीफोन एक्सचेंज के डिविजनल अधिकारी जितेंद्र चौधरी व कार्यरत कर्मचारी भूकंप के झटकों के चलते तीसरी मंजिल से भागकर नीचे खुले मैदान में जा खड़े हुए। इसी प्रकार विभिन्न कालोनियों के लोग घरों से बाहर आ गए।
एसएसपी ने सचेत रहने के दिये निर्देश
एसएसपी धर्मेद्र सिंह ने जिले के सभी पुलिस अधिकारियों को सचेत कर दिया है। सीओ जगत राम जोशी ने बताया कि एसएसपी ने सभी को निर्देश दिए कि वे एसडीएम के साथ भ्रमण पर रहें। इसके साथ ही जेसीबी, क्रेन आदि की भी व्यवस्था रखने के निर्देश भी दिए।
मुरादनगर : दहशत के मारे लोग घर, मकान, स्कूल, दफ्तरों को छोड़कर बाहर आ गए। टंकी रोड निवासी राकेश उर्फ नारदजी ने बताया कि छत के पंखे और मोटरसाइकिल को हिलता देख उन्होंने भूकंप को महसूस किया। इसके बाद शोर मचाया और आसपड़ोस के लोगों को मकानों के बाहर आने के लिए कहा। उधर चुंगी नम्बर तीन निवासी विनोद मिश्रा ने बताया कि भूकंप का दूसरा झटका 12.16 बजे के करीब महसूस किया गया। दहशत का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि दुकानदारों ने अपनी दुकानों के शटर लगा दिए। स्कूल, कॉलेज व अन्य प्रतिष्ठान बंद कर लोग बाहर आकर खडे़ हो गए। चारों तरफ अफरातफरी का माहौल पैदा हो गया। अभी तक किसी के हताहत होने की कोई खबर नहीं मिली है।