पुलिस रिपोर्ट देने में गाजियाबाद फिसड्डी
विवेक त्यागी, गाजियाबाद : 17 दिन में पासपोर्ट वेरिफिकेशन रिपोर्ट देकर हाथरस वेरिफिकेशन रिपोर्ट दे
विवेक त्यागी, गाजियाबाद :
17 दिन में पासपोर्ट वेरिफिकेशन रिपोर्ट देकर हाथरस वेरिफिकेशन रिपोर्ट देने के मामले में 13 जिलों में अव्वल स्थान पर पहुंच गया है। निर्धारित समयावधि में रिपोर्ट देकर हाथरस पुलिस ने अन्य जनपदों की पुलिस के लिए एक मिसाल पेश की है। वहीं अलीगढ़ पुलिस वेरिफिकेशन रिपोर्ट देने के मामले में सुधरने को तैयार नहीं है। अलीगढ़ से औसतन 93 दिन बाद भी वेरिफिकेशन रिपोर्ट नहीं मिल पा रही है। गाजियाबाद से जहां 50-60 दिन में रिपोर्ट मिल रही है, वहीं गौतमबुद्धनगर से 30-40 दिन लग रहे हैं।
दरअसल, पुलिस वेरिफिकेशन रिपोर्ट समय पर न मिल पाना पासपोर्ट कार्यालय के लिए सबसे बड़ी समस्या है। पुलिस वेरिफिकेशन रिपोर्ट न मिलने के कारण हजारों आवेदकों के पासपोर्ट पेडिंग पडे़ रहते हैं। इसके चलते पासपोर्ट आवेदकों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। इसके लिए गाजियाबाद पासपोर्ट कार्यालय द्वारा अधिकार क्षेत्र में आने वाले 13 जिलों के एसएसपी को पत्र के साथ पेंडिंग फाइलों की सूची भेजकर तो अवगत कराया ही जाता है। इसके अलावा पुलिस को प्रोत्साहित करने के प्रत्येक वेरिफिकेशन रिपोर्ट की धनराशि भी 100 से बढ़ाकर 150 की गई है। मगर उसके बावजूद पुलिस पर कोई खास असर नहीं दिख रहा है। गाजियाबाद पासपोर्ट कार्यालय के अंतर्गत आने वाले आगरा, अलीगढ़, बागपत, बुलंदशहर, गौतमबुद्धनगर, गाजियाबाद, हाथरस, मथुरा, मेरठ, मुजफ्फरनगर, सहारनपुर, शामली, हापुड़ जनपदों में से बस हाथरस पुलिस की रिपोर्ट में सुधार हुआ है। इसके अलावा सभी जनपदों की पुलिस का बुरा हाल है। ऐसे में पुलिस की लापरवाही से यूपी सरकार को राजस्व का भी भारी घाटा हो रहा है। नियमों के मुताबिक पुलिस रिपोर्ट 20 दिन के अंदर दे देने पर विदेश मंत्रालय राज्य सरकार को प्रति रिपोर्ट 150 रुपए देता है जबकि 20 दिन से ज्यादा होने पर मात्र 25 रुपये दिए जाते हैं।
---------------
पासपोर्ट की ज्यादातर पेंडेंसी पुलिस वेरिफिकेशन रिपोर्ट न मिलने के कारण है। इस समस्या को दूर करने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। इसी कड़ी में पिछले दिनों पुलिस को प्रोत्साहित करने के लिए प्रत्येक रिपोर्ट पर दी जाने वाली धनराशि भी बढ़ाई गई है। 13 जिलों में से सिर्फ हाथरस पुलिस की रिपोर्ट में सुधार हुआ है।
- सीताराम यादव, क्षेत्रीय पासपोर्ट अधिकारी।