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दुल्हन नहीं, ज्वैलरी के लिए दूल्हा परेशान

संजय तिवारी, मोदीनगर दुल्हन तो मिली नहीं अब जमा पूंजी भी दुल्हन पक्ष के कब्जे में चली गई। अब वह दु

By Edited By: Published: Mon, 26 Jan 2015 07:19 PM (IST)Updated: Mon, 26 Jan 2015 07:19 PM (IST)
दुल्हन नहीं, ज्वैलरी के लिए दूल्हा परेशान

संजय तिवारी, मोदीनगर

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दुल्हन तो मिली नहीं अब जमा पूंजी भी दुल्हन पक्ष के कब्जे में चली गई। अब वह दुल्हन नहीं बल्कि अपनी गाढ़ी कमाई से बनवाई गई ज्वैलरी के लिए परेशान है। हालांकि पुलिस दोनों पक्षों का सोमवार को समझौता कराने में लगी रही। लेकिन कन्या पक्ष न समझौता करना चाहता है और न ही वर पक्ष को माफ करने के मूड में है।

शनिवार को तिबड़ा रोड गली नंबर पांच निवासी एक छात्रा के विवाह समारोह में हंगामा हो गया था। उत्तरांचल के काशीपुर निवासी जिस युवक से छात्रा की शादी होनी थी वह होटल पर वेटर का कार्य करता था और उसने अपने आप को होटल मैनेजर बताकर छात्रा व उसके परिजनों को धोखा दिया था। लेकिन दूल्हे पक्ष के इस षड्यंत्र का खुलासा होने पर दुल्हन पक्ष के लोगों ने दूल्हे व उसके साथ आए बारातियों की धुनाई की और छात्रा ने दूल्हे से शादी रचाने से इन्कार कर दिया था।

छात्रा के परिजनों ने इसी रात दूल्हे पक्ष के खिलाफ धोखाधड़ी करने के तहत तहरीर दे दी। पुलिस ने भी आनन फानन में आरोपी दूल्हा नंद किशोर व उसके सगे भाई पप्पू तथा मौसा कुंदन को हिरासत में ले लिया। लेकिन दुल्हन पक्ष की दी तहरीर पर मुकदमा दर्ज नहीं किया।

दुल्हन पक्ष सगाई के दौरान वर पक्ष को दिया हुआ सामान वापस मंगाने के लिए पुलिस से गुहार लगाए हुए है। सोमवार को पुलिस ने दोनों पक्षों के बीच मध्यस्थता की और कन्या पक्ष द्वारा दिया गया दहेज का सामान दिलाने का आश्वासन देकर समझौते का प्रयास किया। उधर, दूल्हा पक्ष ने भी होने वाली बहू के लिए दी गई ज्वैलरी के सामान को वापस करने की मांग रखी जिसे लेकर कन्या पक्ष ने विवाह समारोह वाले दिन बारातियों के लिए खाने पीने से लेकर साज सज्जा पर हुए खर्चे का पूरा ब्योरा पुलिस के समक्ष रख दिया।

पुलिस जांच अधिकारी एसएसआइ उदयवीर बालियान ने बताया कि दोनों पक्षों के बीच विवाह की रस्मों के दौरान दिए गए सामान को आपस में लौटाने पर सहमति बन गई है। दोनों पक्षों के बीच हुए खर्चे को लेकर गणमान्य लोगों द्वारा जो फैसला तय होगा उसे मानने के लिए भी रजामंदी हुई है।

पुलिस की भूमिका संदिग्ध

जहां एक ओर शादी वाले दिन से ही दुल्हन पक्ष न्याय की गुहार पुलिस के समक्ष लगाए हुए था, वहीं पुलिस ने तीन दिन तक दुल्हन पक्ष की ओर से दी तहरीर पर ना कोई मामला दर्ज किया न ही इस मामले में आरोपी दूल्हे व उसके रिश्तेदारों के खिलाफ कोई कार्रवाई की। दुल्हन पक्ष पर समझौते का बनाया गया दबाव को लेकर पुलिस की भूमिका क्षेत्र में चर्चा का विषय बनी हुई है।


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