रैन बसेरों में बढ़ती संख्या के सामने इतंजाम बौने
भूपेंद्र तालान, गाजियाबाद : बरसात और बढ़ती सर्दी की वजह से अब बे-आसरा लोगों को ठहरने में दिक्कत होने
भूपेंद्र तालान, गाजियाबाद : बरसात और बढ़ती सर्दी की वजह से अब बे-आसरा लोगों को ठहरने में दिक्कत होने लगी है। बे-आसरा लोगों की सुविधा के मद्देनजर रैन बसेरों में ठहरने के लिए जो इंतजाम किए गए हैं, वह बरसात और सर्दी बढ़ने के साथ बौने साबित होते दिख रहे हैं। नगर निगम द्वारा बे-आसरा लोगों के ठहरने के लिए शहर में स्थायी और अस्थाई 19 रैन बसेरे बनाए गए हैं। इनमें निगम के पांचों जोन में 14 स्थाई और पांच अस्थाई रैन बसेरे शामिल हैं। लेकिन इन रैन बसेरों में लोगों की संख्या बढ़ते ही कंबल, रजाई, गद्दे व तख्त कम पड़ने लगे हैं। निगम अधिकारियों का वैसे दावा है कि इक्का-दुक्का रैन बसेरे को छोड़कर अभी सामान की ज्यादा डिमांड नहीं आ रही है। इन रैन बसेरे का सर्वे करने के बाद पाया गया कि जिन रैन बसेरे में 40 से 50 लोगों के ठहरने की व्यवस्था की गई है, उनमें 70 से 80 बे-आसरा लोग ठहरने के लिए मजबूर हो रहे हैं। निगम द्वारा दिसंबर में इन रैन बसेरों में बे-आसरा लोगों के ठहरने के लिए पूरे इंतजाम किए गए थे। लेकिन बढ़ती सर्दी और लोगों की संख्या बढ़ने की वजह से इंतजाम नाकाफी दिख रहे हैं।
निगम के जोन वार संचालित रैन बसेरे
नगर निगम द्वारा पांचों जोन में यह रैन बसेरे बे-आसरा लोगों की सुविधा के मद्देनजर संचालित किए जा रहे हैं। इनमें कविनगर जोन में ग्रीन हाउस राजनगर, नासिरपुर फाटक, विवेकानंद नगर, सिटी जोन- मालीवाड़ा, लाल क्वार्टर लोहियानगर, नया बस स्टैंड, पुराना बस अड्डा, विजयनगर जोन सेक्टर-11 प्रताप विहार, मिर्जापुर, बिहारी पुरा, मोहननगर जोन-लाजपत नगर, जनकपुरी, पप्पू कालोनी व वसुंधरा जोन- इडीएम मॉल के पास कौशाम्बी में स्थाई रैन बसेरे बनाए गए हैं। अस्थाई रैन बसेरों में नया गाजियाबाद रेलवे स्टेशन, रेलवे स्टेशन, साहिबाबाद रेलवे स्टेशन, मोहननगर चौराहा व कौशाम्बी में बनाए गए हैं। बे-आसरा की बढ़ती संख्या के सापेक्ष कंबल, रजाई व गद्दे और तख्त अब कम पड़ते दिख रहे हैं। रैन बसेरों में रात में बे-आसरा लोगों की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है। इंतजाम पूरे नहीं होने के बाद भी बेघर लोगों को मजबूरन कम इंतजाम में ही रात गुजारनी पड़ रही है।
नगर निगम द्वारा संचालित किए जा रहे रैन बसेरों में बे-आसरा लोगों की संख्या में पिछले कई दिनों से बढ़ोतरी हुई है। निगम द्वारा फिलहाल कंबल, रजाई, गद्दे व तख्त के पूरे इंतजाम किए गए हैं। फिलहाल कुछ रैन बसेरे में कंबल, रजाई व गद्दों की संख्या कम होने की सूचना मिली थी, उनमें वे पहुंचा दिए गए हैं। आवश्यकता पड़ने पर अन्य रैन बसेरों में इंतजाम कर दिए जाएंगे।
डीके सिन्हा
अपर नगर आयुक्त, गाजियाबाद नगर निगम।