चार ठग, दस मिट और चार लाख के जेवर नकदी साफ
जागरण संवाददाता, वसुंधरा वसुंधरा सेक्टर-11 में दीपावली की दोपहर चार शातिर ठगों ने सर्राफ की दुकान
जागरण संवाददाता, वसुंधरा
वसुंधरा सेक्टर-11 में दीपावली की दोपहर चार शातिर ठगों ने सर्राफ की दुकान से दिनदहाड़े करीब चार लाख के जेवर व नकदी पर हाथ साफ कर दिया। पूरी वारदात को मात्र दस मिनट के भीतर अंजाम देकर ठग नौ दो ग्यारह हो गए। किसी को भनक तक नहीं लगी। घटना के बारे में जैसे ही सर्राफ को जानकारी हुई, बेहोश होकर कुर्सी से नीचे गिर पड़े। पूरा घटनाक्रम सीसीटीवी कैमरे में कैद है।
वसुंधरा सेक्टर-11 में सतीश कुमार ज्ी 'च्चेति च्वैलर्स' के नाम से दुकान है। दीपावली के दिन दोपहर करीब सवा दो बजे सतीश का पुत्र हिमाशु किसी काम से दुकान से बाहर चला गया। 2.25 बजे दो युवक आए और सतीश से टॉप्स दिखाने को कहा। सतीश ने जो टॉप्स दिखाया, उन्होंने पसंद कर अलग करवा लिए और अन्य भारी जेवर दिखाने के लिए कहा। सतीश ने कहा कि अन्य माल वह ऑर्डर पर बनवाते हैं। इसके बाद दोनों ने युवकों ने कहा कि कुछ देर बाद उनकी बहन आएगी, उसे जेवर दिलाने है। आप बोल देना कि यह हमने पसंद किया है, क्योकि वह आर्डर देकर माल नहीं लेती है। सतीश इन दोनों ठग युवकों की बात में आ गए और जेवर दिखाने शुरू कर दिए।
तीन मिनट बाद
दोनों युवकों में एक जो माथे पर चंदन लगाए हुए था, उसने फोन किया। इसके साथ तीसरे युवक की एंट्री हुई। उससे दुकान में पहले से मौजूद युवकों ने बात की। सर्राफ के नौकर को अंगूठी बड़ी करवाने के बहाने साइड कर में कर लिया। काम जल्दी कर देने पर उसे सौ रुपये का लालच भी दिया। दूसरी ओर जेवर दिखा रहे सतीश को युवकों ने काउंटर पर एक हजार रुपये जमा करवाने व पैसे खुले करवाने के बहाने बातों में उलझा लिया। इसी दौरान एक अधेड़ व्यक्ति भी आया। पहले से मौजूद तीनों युवकों से बात करने के बाद
बैठ गया।
खिसके बारी-बारी
सर्राफ और उनके नौकर को उलझा पाकर सबसे पहले आए दोनों युवकों ने काउंटर में रखे पैसे व जेवर आसानी से जेब में रख लिए। किसी को भनक तक नहीं लगी। कुछ देर में आने की बात कह कर दोनों निकल लिए। इसके बाद अंगूठी ठीक कराने वाला युवक भी चल दिया। ठगों की हरकत को जब तक सतीश समझ पाते अधेड़ उसने बातें करता रहा। कुछ देर बाद वह भी निकल गया।
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शोर शराबा और बेहोशी
जैस ही सर्राफ सतीश को पूरी वारदात पता लगी वह शोर मचाने लगे। पास में मेडिकल स्टोर बंद था तो पड़ोस की दुकानों से लोग मदद को आए। चंद मिनट में लाखों का चूना लगने के बाद शुगर के मरीज होने के कारण सतीश कुछ देर के लिए बेहोश हो गए।
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चंदन-चश्मा, जींस
-माथे पर चंदन लगाए, आखों पर काला चश्मा और नीले रंग जींस, स्पोर्ट शूज व चेक की शर्ट पहने ठग ऐसे हैंडसम लुक में आए कि सर्राफ को तनिक आशंका तक नहीं हुई
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सिर्फ इतना वक्त
ठग करीब 2.25 बजे आए और सभी 2.35 बजे बाहर हो गए
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ठगों के हाथ लगा
ठगों ने 3 मंगलसूत्र के भारी सेट, 3 बाली, 5 महंगे टॉप्स, सोने के 3 बडे़ टॉप्स का सेट, जो वजन में सौ ग्राम से ज्यादा थे और और 35 हजार की नकदी का बंडल ले गए
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सुनियोजित थी वारदात
आमतौर पर हिमाशु दोपहर के दो बजे के आसपास ही दुकान पर पिता को छोड़कर जाते थे। शायद इस बात का ठगों को पता था। तभी उन्होंने दुकान पर नजर रखी और बेटे के दुकान से जाने का इंतजार किया। इसी के साथ उन्होंने वारदात को अंजाम देने के लिए त्योहार का दिन चुना, क्योंकि उस दिन आसपास की दुकानें बंद होने के साथ दोपहर में कम चहल पहल थी।
एक ठग तो वसुंधरा की रहने वाला
पुलिस की जाच में सामने आया है कि कुर्ते पैजामे में सबसे बाद में आया अधेड़ व्यक्ति वसुंधरा का ही रहने वाले है और उसे पास में मेडिकल की दुकान करने वाले लड़कों ने देखा है। पुलिस उसकी तलाश में हैं।
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क्या सीसीटीवी से पकड़ में आएंगे ठग
सीओ इंदिरापुरम अतुल कुमार यादव का कहना है कि पूरे मामले की सीसीटीवी फुटेज इंदिरापुरम एसओजी व क्राइम ब्राच को दे दी गई है। जाच की जा रही है। इसी के साथ बीते कुछ माह में ज्वैलरी की दुकानों पर ठगी व चोरी करने वाले चेहरों से मिलान किया जा रहा है। सीसीटीवी फुटेज की कई एंगेल से वीडियो मिली है, उसको देखा जा रहा है। उम्मीद है कि जल्द ही यह पकड़े जाएंगे।
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