आपसी लड़ाई में कहीं तीसरे ने तो नहीं उठाया फायदा
आशुतोष गुप्ता, गाजियाबाद : कांग्रेस नेता के भाई एवं पूर्व पार्षद हरिमोहन कौशिक उर्फ टिंकू की हत्या क
आशुतोष गुप्ता, गाजियाबाद : कांग्रेस नेता के भाई एवं पूर्व पार्षद हरिमोहन कौशिक उर्फ टिंकू की हत्या के मामले में पुलिस की जांच परिवार के इर्दगिर्द ही घूम रही है। हालांकि यह संभावना भी जताई जा रही है कि पारिवारिक रंजिश का किसी तीसरे व्यक्ति ने फायदा उठा लिया हो।
पुलिस इस मामले में अभी कुछ खुलकर बोलने से कतरा रही है। सूत्रों के मुताबिक हत्याकांड खोलने के लिए फिलहाल पुलिस पर अभी किसी तरह का दबाव नहीं बनाया गया है। इसका पुलिस खुलकर फायदा उठा रही है और जांच में ढील बरत रही है। यही कारण है कि पुलिस को इस मामले में चार दिन बाद कोई सुराग नहीं मिला है।
बता दें कि 11 अगस्त 2012 को हरिमोहन कौशिक ने शराब के नशे में भतीजे प्रशांत कौशिक की गोली मारकर हत्या कर दी थी। घटना के पीछे कार खरीदने को लेकर हुआ विवाद बताया गया था। पुलिस ने हरिमोहन को गिरफ्तार कर लिया था। दोनों पक्षों में समझौता हो गया था और हरिमोहन जेल से बाहर आ गया था। तब से दोनों पक्षों के कुछ लोगों में तनाव भी बताया जा रहा था। इस घटना में परिवार से बाहर के व्यक्ति का हाथ होने से भी इन्कार नहीं किया जा सकता। यह भी हो सकता है कि किसी तीसरे व्यक्ति ने इस तनाव का फायदा उठाते हुए हत्याकांड को अंजाम दे दिया।
निकाली गई सीडीआर
इस मामले में पुलिस ने मृतक समेत परिवार के अन्य लोगों के मोबाइल फोनों की कॉल डिटेल रिकॉर्ड (सीडीआर) निकलवाई हैं। इसके साथ ही पुलिस ने कई संदिग्ध लोगों के मोबाइल नंबरों को सर्विलांस पर भी लिया है।
शूटरों की तलाश में चल रही है छापेमारी
पुलिस घटना को अंजाम देने वाले शार्प शूटरों की तलाश में छापेमारी कर रही है। शनिवार व रविवार को शूटरों की तलाश में छापेमारी की और सीसीटीवी कैमरों की फुटेज में आए चेहरों को पहचानने की कोशिश की। पुलिस पूर्व में जेल से छूटे शूटरों पर भी निगाह रख रही है।
ये हुई थी घटना
शास्त्रीनगर के ए-77 निवासी हरिमोहन कौशिक उर्फ टिंकू पूर्व पार्षद थे। उनका महेंद्रा एन्क्लेव में कौशिक डेवलपर्स के नाम से कार्यालय है और महेंद्रा एन्क्लेव में ही उनकी वर्तमान साइट चल रही है। वह कांग्रेस नेता सुधीर कौशिक के छोटे भाई थे। बृहस्पतिवार शाम मोटरसाइकिल सवार तीन बदमाशों ने उनपर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी। इस घटना में उन्हें तीन गोली लगी। उनकी शनिवार तड़के उपचार के दौरानमौत हो गई।
'हत्याकांड में पुलिस कई पहलुओं पर जांच कर रही है। प्रॉपर्टी विवाद, लेनदेन, रंजिश व परिवारिक विवाद सभी बिंदुओं को पुलिस ने जांच में शामिल किया है। उम्मीद है कि शीघ्र हत्याकांड का खुलासा कर दिया जाएगा।
- कुमार रणविजय सिंह, सीओ द्वितीय