बैंक बताकर चल रहा था ग्राहक सेवा केंद्र
जागरण संवाददाता, फीरोजाबाद: शहर में आबादी के बीच खुले ग्राहक सेवा केंद्र को बैंक का रूप दे दिया गया।
जागरण संवाददाता, फीरोजाबाद: शहर में आबादी के बीच खुले ग्राहक सेवा केंद्र को बैंक का रूप दे दिया गया। इसके बाद बड़ी संख्या में लोगों के खाते खोले गए। सीधे सच्चे लोगों ने सेवा केंद्र को बैंक मानकर अपनी जमा पूंजी उसमें जमा कर दी। अब ये बैंक पिछले एक सप्ताह से बंद है। आठ दिन से ताले न खुलने से ग्राहक बेचैन हो गए हैं। कथित शाखा प्रभारी का मोबाइल नंबर भी बंद है। जिससे उन्हें खुद के ठगे जाने की आशंका सताने लगी है। इसको लेकर गुरूवार को ग्राहकों ने काफी देर हंगामा किया।
मामला कोटला रोड स्थित कैलाश नगर का है। यहां दो साल पहले बैंक ऑफ इंडिया का ग्राहक सेवा केंद्र खोला गया था। जिसे सेवा केंद्र प्रभारी कुंज बिहारी ने बैंक घोषित कर दिया। दो दुकानों में खुले इस सेवा केंद्र के बाहर मोटे मोटे अक्षरों में बैंक ऑफ इंडिया मिनी ब्रांच लिखवा दिया गया। जिससे क्षेत्र के सैकड़ों लोगों ने जनधन के साथ ही बचत और चालू खाते खुलवा लिए। सामर्थ्य के अनुसार रुपये भी जमा कराए। मुहल्ले में रहने वाले अनिल कुमार, नीशू, अशोक, पारुल, राधा गिरी ने बताया कि दो साल पहले बैंक ऑफ इंडिया की मिनी शाखा खोली गई थी।
इसमें दो कंप्यूटर लगे हैं और एक महिला समेत तीन लोग काम करते थे। गौरव नाम का युवक खुद को कैशियर बताकर पैसे जमा करता थी, जबकि महिला जमा की गई धनराशि पासबुक में हाथ से दर्ज करती थी। किसी ग्राहक की पासबुक में कंप्यूटर से एंट्री नहीं की गई। अब ये आठ दिन से बंद है। ग्राहक आते हैं और लौट जाते हैं। शाखा प्रबंधक कुंज बिहारी और कैशियर के मोबाइल भी बंद हैं।
सबके खाते निकले खाली
राधा गिरी और अशोक ने बताया कि बैंक बंद होने पर वह बैंक ऑफ इंडिया की मुख्य शाखा गए थे। वहां जांच कराई तो पता चला कि किसी के खाते में कोई धनराशि जमा नहीं की गई है। जिससे लगता है कि उनके साथ धोखाधड़ी की गई है। मुहल्लेवासियों ने बताया कि बैंक बंद हैं, लेकिन सामान रखा हुआ है। हम इसकी निगरानी कर रहे हैं।
नोटबंदी में हुआ बड़ा खेल
चर्चा है कि नोटबंदी के दौरान इस सेवा केंद्र में बड़ा खेल हुआ। कई लोगों ने अपने खातों में बड़ी रकम जमा कराई। इसके बाद कमीशन भी लिया गया। हालांकि इस मामले में कोई खुलकर नहीं बोल रहा है।
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कैलाश नगर में हमने कुंज बिहारी को ग्राहक सेवा केंद्र खोलने की अनुमति दी थी। यदि सेवा केंद्र पर बैंक लिखा गया है तो ये गलत है। हमें भी सेवा केंद्र बंद होने की शिकायत मिली है। हमने मामले से उच्चाधिकारियों को अवगत करा दिया है।
मनोज कुमार शर्मा शाखा प्रबंधक, बैंक ऑफ इंडिया