Move to Jagran APP

मार्च खत्म होने से पहले सरकारी इमदाद का इंतजार

जागरण संवाददाता, फीरोजाबाद : हबीबगंज में रहने वाली बुजुर्ग अक्सीना बेगम गरीब हैं। उन्हें सरकारी मदद

By JagranEdited By: Published: Thu, 23 Feb 2017 07:12 PM (IST)Updated: Thu, 23 Feb 2017 07:12 PM (IST)
मार्च खत्म होने से पहले सरकारी इमदाद का इंतजार
मार्च खत्म होने से पहले सरकारी इमदाद का इंतजार

जागरण संवाददाता, फीरोजाबाद : हबीबगंज में रहने वाली बुजुर्ग अक्सीना बेगम गरीब हैं। उन्हें सरकारी मदद की जरूरत है। इसके लिए 15 जनवरी को वृद्धावस्था पेंशन के लिए आवेदन किया था। एक महीना गुजर गया, उन्हें यह पता नहीं चल रहा कि उनकी पेंशन पक्की हुई या नहीं। गुरूवार को विकास भवन पहुंची तो उन्हें सलाह दी गई कि अभी चुनाव चल रहा है। आचार संहिता खत्म होने के बाद ही कोई नया काम होगा, तब आना। ये सुनकर वृद्धा मायूस होकर लौट गईं।

loksabha election banner

यह हाल केवल अक्सीना बेगम का नहीं है, बल्कि उन जैसे कई जरूरतमंदों की है। जो बेसब्री से चुनाव आचार संहिता खत्म होने का इंतजार कर रहे हैं। जिला मुख्यालय पर यूं तो इन दिनों सन्नाटा पसरा रहता है। क्षेत्रीय समस्याओं को लेकर आने वाले लोग अब कम नजर आते हैं, लेकिन सरकारी योजनाओं का लाभ लेने की उम्मीद लगाए बैठ फरियादी कार्यालयों की खामोशी तोड़ते हैं। विकास भवन स्थित समाज कल्याण और पिछड़ा वर्ग विभाग में बुधवार की सुबह से ही वृद्धा पेंशन, शादी अनुदान के आवेदकों के साथ ही छात्र छात्राओं का भी आना जाना लगा हुआ था।

सभी को यही जानना था कि उनके मामले का क्या हुआ, मार्च से पहले स्वीकृति या भुगतान हो पाएगा या नहीं। कहीं ऐसा तो नहीं कि मामला लटक जाए। दोपहर को तीसरी मंजिल पर स्थित उत्तर प्रदेश अनुसूचित जाति, वित्त विकास निगम के कार्यालय में सन्नाटा पसरा था। सहायक प्रबंधक भगवान स्वरूप और एक एपीओ फाइलों में उलझे हुए थे। तभी वहां जसराना निवासी युवक पहुंचा। युवक ने बताया कि उसने पांच माह पूर्व स्वत: रोजगार योजना के तहत बैंक से कर्ज लेने के लिए आवेदन किया था, लेकिन अभी तक बैंक ने कुछ नहीं दिया।

लोन मिल भी पाएगा या नहीं .? सहायक प्रबंधक ने उसे बताया कि ऋण संबंधी सभी फाइलें तीन महीने पहले ही बैंकों में पहुंचा दी गई थीं, लेकिन पहले नोटबंदी और अब चुनाव के कारण करीब दो सौ फाइलें बैंकों में लटकी हुई हैं। हम कोशिश कर रहे हैं कि मार्च से पहले इन पर भी लोन जारी हो जाए। कलक्ट्रेट स्थित पूर्ति विभाग को भी हाल ऐसा ही था। भीड़ भले ही नहीं थी, लेकिन एक एक, दो दो लोग आ रहे थे। अधिकांश की समस्या यही थी कि उन्हें आवेदन किए हुए तीन महीने गुजर गए हैं, लेकिन उन्हें अभी तक राशन मिलना शुरू नहीं हुआ है। कार्यालय में मौजूद पूर्ति निरीक्षक ने उन्हें बताया कि अब नए राशन कार्ड अप्रैल में जारी होंगे। अभी नए काम पर रोक लगी हुई है।

राशन कार्ड आए, लेकिन बटेंगे अप्रैल में

शासन से 63 हजार राशन कार्डों की खेप मंगलवार को जिले में आ गई है, लेकिन इन्हें हासिल करने के लिए उपभोक्ताओं को अभी डेढ़ महीने तक इंतजार करना पड़ सकता है। पूर्ति निरीक्षक आशुतोष कुमार ने बताया कि अभी कार्ड का बाहरी पेज छपवाया जाना बाकी है। आचार संहिता भी लगी है, इसलिए कार्ड तैयार होने के बाद उनका वितरण अप्रैल माह में ही संभव हो सकेगा।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.