हादसों के इंतजार में खुले पड़े मैनहोल
जागरण संवाददाता, फीरोजाबाद: सर्विस रोड पर लाखों रुपये की लागत से लगाए गए मैनहोल के जाल गायब होते रहे
जागरण संवाददाता, फीरोजाबाद: सर्विस रोड पर लाखों रुपये की लागत से लगाए गए मैनहोल के जाल गायब होते रहे और अफसरों को भनक तक नहीं लगी। लगभग डेढ माह में आधा दर्जन से अधिक लोहे के जाल गायब हो गए। इसके चलते हादसों का खतरा मंडरा रहा है। बारिश में जलभराव हुआ तो ये जानलेवा भी साबित हो सकते हैं।
शहर में सर्विस रोड पर मैनहोल की भरमार है। यहां मेनहोल खुले होने से शहर की बदसूरती नजर आ रही थी। लगभग दो साल पहले तत्कालीन डीएम के निर्देश पर नगर निगम ने मैनहोल के कवर की स्थायी व्यवस्था के तहत अधिकांश स्थानों पर लोहे के जाल लगाए गए थे। एक जाल की कीमत करीब दस से पंद्रह हजार रुपये है। लाखों रुपये की कीमत से यह कार्य कराया गया, लेकिन अब इनके चोरी होने का सिलसिला शुरू हो गया। सुहागनगर चौराहा से लेकर जिला अस्पताल की साइड में करीब आधा दर्जन लोहे के जाल ही कोई ले गया। ¨चता की बात तो यह है कि जिम्मेदार अधिकारी को इसकी जानकारी ही नहीं है। उन्हें यही नहीं पता है कि यहां लगे जाल चोरी हुए हैं अथवा किसी सफाई कर्मचारी ने ही गायब कर दिए हैं। सवाल यह उठता है कि करीब डेढ़ माह पूर्व इन्हें कोई निकाल ले गया, लेकिन विभागीय अधिकारियों को इसकी जानकारी ही नहीं है। सूत्रों की मानें तो जाल चोरी होने का शक सफाई कर्मचारियों पर भी जा रहा है।
हाल यह है कि सर्विस रोड पर मैनहोल मौत के गड्ढे बने हुए हैं। सेठ विमल चंद्र कांपलेक्स के बाहर खुले पड़े मैनहोल में दो दिन पूर्व जैन नगर निवासी अर्चित गिरकर चोटिल हो गया था। इसकी शिकायत भी नगर निगम अधिकारियों से की, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई है। आसमान में बादल घुमड़ रहे हैं, बूंदाबांदी भी शुरू हो गई है। तेज बारिश में जलभराव हुआ तो ये गड्ढे जानलेवा भी साबित हो सकते हैं।
-यह कहते अधिकारी
मैं आज छुट्टी पर हूं। सर्विस रोड से जाल चोरी होने की हमें कोई जानकारी नहीं है। इस संबंध में जानकारी कराई जाएगी।
-डॉ. प्रताप ¨सह, नगर स्वास्थ्य अधिकारी।
नौ जुलाई को हमने चार्ज लिया है। कई जगह खुले मैनहोल मिले हैं, जिसकी रिपोर्ट अधिकारियों को दी गई है। यहां मैनहोल के कवर लगाने को कहा गया है।
-नत्थीलाल कुशवाहा, सफाई निरीक्षक।