किशोरी से दुष्कर्म और हत्या की गुत्थी उलझी
जागरण संवाददाता, फीरोजाबाद: थाना बसई मुहम्मदपुर के गढ़ी तिवारी गांव में दुष्कर्म के बाद किशोरी की हत
जागरण संवाददाता, फीरोजाबाद: थाना बसई मुहम्मदपुर के गढ़ी तिवारी गांव में दुष्कर्म के बाद किशोरी की हत्या की गुत्थी परिजनों के बयानों से उलझती जा रही है। शनिवार को गांव पहुंचे एसएसपी ने परिजनों से अलग-अलग बयान लिए। पेड़ पर चढ़कर घटना स्थल का बारीकी से निरीक्षण भी किया। वहीं पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत की वजह दम घुटना बताई जा रही है। दुष्कर्म की पुष्टि के लिए स्लाइड भेजी गई है। पुलिस ऑनर कि¨लग से भी इन्कार नहीं कर रही है।
16 वर्षीय किशोरी के गांव में ताऊ-ताई के साथ अकेली रहती थी। मां की मौत हो चुकी थी और उसके पिता और भाई गोरखपुर में मजदूरी करते हैं। गुरुवार की शाम किशोरी शौच के लिए खेतों की तरफ गई थी। इसके बाद वह घर नहीं लौटी। रात करीब एक बजे गांव से सटे जंगल में एक नीम के पेड़ के नीचे परिजनों व ग्रामीणों को उसकी लाश पड़ी मिली। उसका पानी से भरा लोटा पेड़ से थोड़ी दूर पर रखा था और दुपट्टा नीम के पेड़ पर लटक रहा था। परिजन पुलिस को सूचना देने के बाद शव घटनास्थल से उठाकर घर पर रख दिया। परिजनों ने आशंका जताई कि दुष्कर्म के बाद किशोरी की हत्या की गई है। घटना की सूचना पर किशोरी का पिता और भाई गांव पहुंच गए थे। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में बताया गया कि किशोरी चार माह की गर्भवती थी और मौत दम घुटने से हुई है।
शनिवार की दोपहर एसएसपी अजय कुमार पांडे गांव पहुंचे और घटनास्थल का निरीक्षण किया। उन्होंने नीम के पेड़ पर चढ़कर हालात देखे। इसके बाद मृतका के ताऊ, ताई, भाभी, पिता तथा भाई को अलग-अलग बुलाकर बयान लिए। परिजनों के बयानों में अलग-अलग घटना बताई गई। इसके चलते मामला उलझता नजर आ रहा है। इसके बाद एसएसपी ने गांववालों से भी जानकारी की। थाना प्रभारी अमोल कुमार ने बताया कि मामले में अज्ञात के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज हुआ है, जिसमें जांच की जा रही है।
अलग-अलग हैं बयान
एसएसपी की पूछताछ में ताऊ का कहना था कि वह काम से लौटने के बाद खाना खाकर सो गया था। इससे उसे किशोरी के घर से निकलने का समय नहीं पता। ताई ने बताया कि शाम को करीब सात बजे उन्होंने लली से खाना खाने की बात कही थी। उसे थाली परोस कर दी थी, लेकिन वह टीवी देखती रही। भाभी ने बताया कि उसने लली को रात करीब आठ बजे खाने के लिए बुलाया था। लेकिन उसने भूख न होने की बात कही थी। इसके बाद वह घर से शौच को कब निकली, उसे पता नहीं। रात करीब 10 बजे वह छत पर गई तो लली नहीं थी। आसपास के घरों में जाकर उसकी तलाश की थी।
मां होती तो तत्काल हो जाती खोजबीन
मृतका किशोरी की मां का करीब आठ साल पहले निधन हो चुका है। इसके बाद उसके ताऊ व ताई ही उसकी परवरिश कर रहे थे। पिता व बड़ा भाई अक्सर गांव से बाहर रहते हैं। घटनास्थल पर मौजूद महिलाओं ने बताया कि किशोरी हंसमुख स्वभाव की थी। उसकी मां ¨जदा होती तो वह पूरा गांव खंगाल डालती, लेकिन अन्य परिजनों ने देरी कर दी।
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गांव में पहली बार हुई ऐसी घटना
ग्रामीणों ने बताया कि इससे पहले गांव में इस तरह की कोई घटना नहीं हुई। घटना को अंजाम देने वाले कौन लोग हैं। इसको लेकर अटकलें लग रही हैं। परिजन भी मामले में ठीकठाक जानकारी नहीं दे पा रहे हैं। इससे गांव के लोगों में दहशत है और उन्होंने एसएसपी से घटना के खुलासे की मांग की है।