इंजेक्शन की जांच को पहुंचे सीएमओ
जागरण संवाददाता, फीरोजाबाद: आखिर स्वास्थ्य विभाग की नींद खुल गई। टीबी अस्पताल के कमरे में एक्सपायर्
जागरण संवाददाता, फीरोजाबाद: आखिर स्वास्थ्य विभाग की नींद खुल गई। टीबी अस्पताल के कमरे में एक्सपायर्ड इंजेक्शन की जांच को सीएमओ डा. पुष्कर आनंद पहुंच गए। उन्होंने ये इंजेक्शन नष्ट करने के आदेश दिए। इनकी जांच रिपोर्ट भी तलब की।
स्ट्रेप्टोमाइसिन इंजेक्शन टीबी उन्मूलन को मरीजों के लिए शासन ने उपलब्ध कराए थे। इंजेक्शन की संख्या दस हजार से ज्यादा है। वर्ष 2005 में मैन्यफैक्च¨रग डेट वाले ये इंजेक्शन वर्ष 2008 में एक्सपायर्ड हो गए। पिछले दिनों इन इंजेक्शन को टीबी अस्पताल के स्टोर से निकालकर पहली मंजिल पर एक कमरे में कूड़ा बनाकर डाल दिया गया, ताकि किसी की नजर न पड़े। 'दैनिक जागरण' ने विभाग की इस अंधेरगर्दी को चंद रोज पहले ही उजागर किया था। इस मामले में सीएमओ डा. आनंद ने टीबी क्लीनिक अधीक्षक से जवाब भी मांगा था। जिला अस्पताल के सीएमएस डॉ.एके शुक्ला ने टीबी क्लीनिक के चिकित्सा अधीक्षक को पत्र भेजकर तत्काल सामान हटाने के आदेश दिए थे।
बुधवार को सीएमओ डॉ. आनंद निरीक्षण करने टीबी अस्पताल पहुंचे। क्लीनिक के चिकित्सकों से जानकारी करने के बाद एक कमरा खुलवाया। इस कमरे में एक्सपायर्ड इंजेक्शन के कार्टन्स रखे हुए थे। डॉट्स क्लीनिक पर लगाने के लिए बनवाए गए होर्डिंग भी कबाड़ बना दिए गए थे। सीएमओ ने इन होर्डिंग्स को डॉट्स सेंटर पर भिजवाने तथा इंजेक्शन को डिस्पोजल कराने के निर्देश दिए। साथ ही इस पर पूरी जांच रिपोर्ट तलब की। निरीक्षण के दौरान सीएमओ ने टीबी अस्पताल की गैलरी में रखे हुए कबाड़ पर नाराजगी जता फोटोग्राफी कराई। इस पर उन्होंने सीएमएस से जवाब तलब करते हुए सामान यहां से हटवाने के आदेश दिए हैं।
बाइक और अन्य सामान नहीं दिखाया: टीबी अस्पताल के ओपीडी कर्मचारियों ने सीएमओ को सिर्फ एक कमरे का निरीक्षण कराया। एक कमरे में रखी हुई बाइक एवं अन्य सामान को नहीं दिखाया।