नशे की गोलियों के रैपर, इंजेक्शन और चप्पल मिलीं
टूंडला (फीरोजाबाद): युवा उद्यमी आदित्य मित्तल हत्याकांड में पुलिस ने दो और आरोपियों को गिरफ्तार कर ल
टूंडला (फीरोजाबाद): युवा उद्यमी आदित्य मित्तल हत्याकांड में पुलिस ने दो और आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। इनमें एक चौकीदार है, जबकि दूसरा मजदूर। इनकी निशानदेही पर आदित्य को दी नशे की गोलियों के रैपर, इंजेक्शन, रस्सी, मोजे और चप्पलें बरामद की हैं। फरार दो और आरोपियों की गिरफ्तारी में पुलिस जुटी हुई है।
रविवार को टूंडला पुलिस ने घटना में शामिल दो आरोपी गोपाल उर्फ रामगोपाल निवासी जसराना और मुकेश निवासी गांव मोती की ठार थाना रसूलपुर को एफएच मेडिकल कॉलेज के पास से गिरफ्तार कर लिया। एएसपी सिटी संजीव वाजपेयी और इंस्पेक्टर टूंडला राजीव यादव ने दोनों आरोपियों से पूछताछ की। उनको बताए गए घटना स्थल कर्मयोगी अपार्टमेंट में ले गए। वहां से कुछ सबूत बरामद किए। इसके बाद दोनों को मुस्तफाबाद नहर के समीप ले जाया गया। आरोपियों ने बताया यहीं पर रोहन ने पहले आदित्य का गला दबाया और फिर नहर में फेंका। आसपास के किसानों ने बताया कि मंगलवार सुबह सफेद रंग की कार यहां आई थी और करीब दस मिनट रुकने बाद चली गई। यहीं के तीन-चार युवकों ने पुलिस को यह भी बताया कि उन्होंने एक शव भी नहर में तैरते देखा था। जानकारी न देने के सवाल पर उनका कहना था कि हमें यह नहीं पता था कि शव किसने फेंका है। इंस्पेक्टर राजीव यादव के अनुसार मुकेश आरोपी रोहन सिंघल के फार्म हाउस पर चौकीदारी करता है। उसे कुछ सामान लेने के बहाने बुलाया और फिर उसे अपनी योजना में शामिल कर लिया। वहीं, दूसरा आरोपी गोपाल मुकेश का साथी है, जो मजदूरी करता है। गोपाल ही रोहन के साथ रात में आदित्य की निगरानी को रहा था। पुलिस मामले में उद्योगपति रोहन को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है। इंस्पेक्टर का कहना है कि अन्य आरोपियों पवन और अर्जुन विज की गिरफ्तारी को भी दबिश दी जा रही हैं।
डीएनए टेस्ट होगा
पुलिस अब आदित्य का डीएनए टेस्ट कराने की तैयारी में जुटी हुई है। करीब 60 घंटे तक शव नहर में रहने से वह फूल गया था। पोस्टमार्टम के बाद शव घर पहुंचा, तो परिजन अंतिम दर्शन तक नहीं कर सके। आदित्य के शव का सैंपल ले लिया गया है।
खाने को दी थी एक रोटी और प्याज की चटनी
पकड़े गए आरोपी ने पुलिस को बताया कि अपहरण के बाद भूख लगने पर आदित्य को मात्र एक रोटी और प्याज की चटनी खाने को दी थी। पेट न भरने पर आदित्य ने आरोपी मुकेश से एक केला भी मांगकर खाया। रोटी व चटनी मुकेश ने ही बनाई थी।
चाय में मिलाकर देते थे नींद की गोली
आदित्य को बेहोश करने के लिए उसे चाय में बड़ी मात्रा में नींद की गोलियां मिलाकर दी गई थीं, जिससे वह रात भर नींद में पड़ा रहा। अपहरण के अगले दिन मंगलवार सुबह साढ़े दस बजे डर के कारण रोहन आदित्य को नहर किनारे ले गया और गला दबाकर मरा समझ नहर में फेंक दिया था।
फायर भी कराए थे
पकड़े गए आरोपियों की मानें, तो आदित्य को कर्मयोगी टॉवर में रखा। यहां ले जाने के दौरान करीब तीन-चार राउंड फायर भी कराए थे। इसके बाद उसे बंधक बनाने की बात कही, जिस पर आदित्य हैरान रह गया। इसके बाद उसे बंधक बनाकर रखा और नशे की गोलियां दी गईं थीं, ताकि वह भाग न सके।