सुरों की महफिल में अजय ने जीता दिल
जागरण संवाददाता, फीरोजाबाद : हेमंत बृजवासी के छोटे भाई अजय बृजवासी इंडियन आइडल में भले ही खिताब न
जागरण संवाददाता, फीरोजाबाद : हेमंत बृजवासी के छोटे भाई अजय बृजवासी इंडियन आइडल में भले ही खिताब न जीत पाए हों, लेकिन उन्होंने फीरोजाबाद के छात्र-छात्राओं का दिल जीत लिया। इंडियन आइडल के दौरान जब वोटों की जरूरत थी तो अजय के पिता हुकुम बृजवासी ने शहर के बच्चों से वो¨टग की अपील की थी। उस वक्त वायदा किया था अजय जीते या हारे, लेकिन आपके बीच में जरूर आएगा। शनिवार को अजय अपने पिता के साथ में फीरोजाबाद के उन बच्चों के बीच पहुंचकर अपना वादा निभाया।
अजय किड्स कॉर्नर हैप्पी सीनियर सेकेंडरी स्कूल में दोपहर 12 बजे करीब पहुंचे तो स्कूल प्रधानाचार्या रूपाली भटनागर ने स्वागत किया। इसके बाद अजय ने सीधे मंच पर पहुंच कर माइक संभाल लिया तो बच्चों ने तालियों की गड़गड़ाहट के साथ में इस्तकबाल किया। 'सुनो न संगमरमर की दीवारों, आज से यह दिल तुम्हारा है..' गीत पर बच्चों ने अजय का साथ दिया तो 'छलनी कर दे सीना मेरा..' गीत ने भी जमकर तालियां बटोरीं। 'मुस्कुराने की वजह तुम हो..' गीत पर तो बच्चे भी तालियों के साथ में अजय के सुर से सुर मिलाने लगे। अंत में 'लो मैं आ गया..' गीत अजय ने गाया तो छात्र-छात्राओं भी खड़े होकर झूम उठे। इस दौरान मंच पर अजय के पिता हुकुम बृजवासी ने भी बच्चों का उत्साह बढ़ाया तो अजय का साथ दिया। कॉलेज के मैने¨जग डायरेक्टर मयंक भटनागर ने अजय का कॉलेज में आने के लिए शुक्रिया अदा करते हुए कहा 14 जनवरी को किड्स कॉर्नर हैप्पी सीनियर सेकेंडरी स्कूल की गोल्डन जुबली है। इस अवसर पर होने वाले वार्षिकोत्सव में कॉलेज की इच्छा है कि हेमंत बृजवासी एवं अजय बृजवासी मंच पर जुगलबंदी करें। उन्होंने अजय को शुभकामनाएं दीं तो हुकुम बृजवासी ने दोनों बेटों के साथ वार्षिकोत्सव में आने की सहमति भी जताई। इससे पूर्व अजय ने बृजराज ¨सह इंटर कॉलेज में भी बच्चों के बीच सुरों की महफिल सजाई।
नन्हें शिवम ने भी दिया अजय का साथ : (फोटो नंबर 12)
किड्स कॉर्नर स्कूल के प्राइमरी सेक्शन के छात्र शिवम की गायन प्रतिभा के संबंध में जब हुकुम बृजवासी को पता चला तो उन्होंने शिवम को भी मंच पर बुला लिया। 'तू जो छू ले मुझे तो आराम से मर जाऊं..' गीत पर शिवम ने अजय का साथ दिया तो कॉलेज में अलग ही नजारा था। इधर शिवम अपनी लाइन खत्म करता तो अजय अपने सुरों को बिखेर देता। अजय के रुकते ही शिवम के सुर गूंज उठते। बीच में हुकुम ¨सह ने भी अपनी तान से इस जुगलबंदी को नया स्वर दिया। उन्होंने कहा शिवम में प्रतिभा है तथा वह इस प्रतिभा को निखारने के लिए जब भी जरूरत है तब यहां आएंगे। उन्होंने कहा शिवम के अभिभावक चाहेंगे तो वह इसे प्रशिक्षित भी करेंगे।
जाकिर हुसैन के सामने तबला बजाने की ख्वाहिश : (फोटो नंबर 13)
हर रोज सुबह पांच बजे से आठ बजे तक रियाज करने के शौकीन अजय बृजवासी ने कहा संगीत एक साधना है, जिसके लिए पूरी लगन चाहिए। अजय को तबला बजाने का भी शौक है। भाई हेमंत बृजवासी के रियाज के वक्त वह तबले पर तान देते हैं। दैनिक जागरण से मुलाकात में अजय ने कहा बचपन से ही उसने घर में संगीत को पूजा की तरह देखा है लिहाजा संगीत की साधना में जुट गए। गायक बनने की इच्छा रखने वाले अजय का कहना है उसकी तमन्ना एक बार उस्ताद जाकिर हुसैन के सामने तबला बजाने की है। अजय कहते हैं शास्त्रीय संगीत में सुकून मिलता है।