तूफान एक्सप्रेस में मारपीट, हंगामा
संवाद सहयोगी, टूंडला: सीट पर बैठने को लेकर दो पक्षों में तूफान एक्सप्रेस में जमकर लात-घूंसे चले।
संवाद सहयोगी, टूंडला: सीट पर बैठने को लेकर दो पक्षों में तूफान एक्सप्रेस में जमकर लात-घूंसे चले। मारपीट में महिलाओं और बच्चों सहित आधा दर्जन घायल हो गए। पीड़ितों ने आरोपियों के खिलाफ टूंडला जीआरपी में तहरीर दी, लेकिन बाद में समझौत हो गया।
शुक्रवार दोपहर रेलवे स्टेशन पर तूफान एक्सप्रेस रुकी तो सवारियां चढ़ने लगी। इस दौरान जनरल कोच में चढ़ने वाली सवारियों से वहां पहले से बैठी सवारियों का विवाद हो गया। कुछ ही देर में विवाद मारपीट में बदल गया। भीड़ भरे कोच में मारपीट होते देख हंगामा मच गया। बीच-बचाव करने पर महिलाओं एवं बच्चों के साथ भी मारपीट की। जीआरपी के जवान दोनों पक्षों को लेकर थाने आ गए। शिकोहाबाद के गांव गुडिया निवासी शिवराम ने बताया कि वह पत्नी रूपा, तीन बच्चों, दो भाई संजू, अनुज और उनकी पत्नियों के साथ गाजियाबाद से टूंडला तक जोगवनी एक्सप्रेस से आए थे। यहां से वह शिकोहाबाद जाने के लिए तूफान एक्सप्रेस के जनरल कोच में चढ़े थे। जहां पहले से बैठे नान ¨सह, सुनील, राजेश व उमाशंकर निवासी कुम्हार, गंगानगर राजस्थान से जब थोड़ी जगह देने के लिए कहा, तो वह मारपीट पर उतारू हो गए। उन्होंने लात, घूंसों से पीटना शुरू कर दिया। विरोध करने पर उन्होंने महिलाओं व बच्चों को भी नहीं छोड़ा। वहीं, दूसरे पक्ष का कहना है कि वह गंगानगर से झीझक शादी समारोह में भाग लेने जा रहे थे। तभी इन्होंने कोच में आते ही मारपीट शुरू कर दी। शिवराम ने नान ¨सह, सुनील, राजेश व उमाशंकर के खिलाफ जीआरपी थाने में तहरीर दी। थानाध्यक्ष जीआरपी आरपी ¨सह का कहना है कि दोनों पक्षों ने राजीनामा कर लिया। इसके बाद दोनों को छोड़ दिया।