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सुहागनगरी के भी शिक्षकों की उड़ी नींद

जागरण संवाददाता, फीरोजाबाद : रविवार की सुबह फीरोजाबाद के भी कई शिक्षकों की नींद उड़ गई है। फर्जी बीएड

By Edited By: Published: Sun, 02 Aug 2015 06:35 PM (IST)Updated: Sun, 02 Aug 2015 06:35 PM (IST)
सुहागनगरी के भी शिक्षकों की उड़ी नींद

जागरण संवाददाता, फीरोजाबाद : रविवार की सुबह फीरोजाबाद के भी कई शिक्षकों की नींद उड़ गई है। फर्जी बीएड डिग्री से बेसिक शिक्षा विभाग में नौकरी करने वाले शिक्षकों की संख्या यहां भी कम नहीं हैं। कई बार इनकी शिकायतें भी हुई, लेकिन कुछ मामलों को तत्कालीन अफसरों ने जांच मे दबा दिया तो कई मामले विवि के चार्ट की जांच में पास हो गए, लेकिन अब स्पेशल जांच टीम के द्वारा किए गए खुलासे के बाद इनके फंसने की संभावना बढ़ती जा रही है।

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वजह साफ है एसआईटी की जांच में दस हजार छात्रों द्वारा बगैर बीएड परीक्षा पास करने का खुलासा हुआ है। इन बीएड धारकों का नाम विवि के चार्ट में है, लेकिन कॉलेजों में इनका कोई लेखा-जोखा नहीं। सूत्रों की माने तो इन दस हजार बीएड डिग्री में से कई डिग्री धारक फीरोजाबाद में नौकरी कर रहे हैं। फीरोजाबाद एवं आगरा में ज्यादा दूरी न होने के कारण फीरोजाबाद का आगरा विवि से खास जुड़ाव रहा है। रुपये से खरीदी जाने वाली डिग्रियों को नौकरी की गारंटी कहा जाता था, क्योंकि इन डिग्रियों में नंबर ज्यादा होते थे। यही वजह है विवि से बनने वाली इन डिग्रियों में से अधिकांश डिग्री धारक आज नौकरी में हैं। सूत्रों की माने तो डिग्री बनवाने के इस कॉकस में फीरोजाबाद के कुछ पुराने शिक्षकों की भी संलिप्तता रही है।

विवि पर जांच में हो गए थे पास, अब क्या होगा

शिक्षकों की जुबां पर एक ही सवाल है अब क्या होगा? विभागीय सूत्रों की माने तो इन डिग्री धारकों के नंबर चार्ट में होने के कारण जब भी इनका सत्यापन कराया गया। सत्यापन ओके होकर आ गया, लेकिन अब जब चार्ट की विश्वसनीयता ही जांच के कटघरे में आ गई है तो अब फर्जीवाड़ा साफ हो जाएगा। ऐसे में विभाग में भी चर्चा है इस जांच में फीरोजाबाद के भी कई शिक्षक फंसेगे।

कई सालों का ब्यौरा तलब किया है जांच टीम ने

सूत्रों की माने तो एसआईटी फीरोजाबाद जनपद में नौकरी करने वाले कई शिक्षकों का ब्यौरा पहले ही तलब कर चुकी है। सन 2007 से 2010 तक नौकरी पाने वाले शिक्षकों के संबंध मे पूरी जानकारी पहले ही विभाग द्वारा भेजी जा चुकी है। वहीं अब 2005-06 की डिग्री का खुलासा होने के बाद में माना जा रहा है जांच टीम 2005 से 2007 तक का भी ब्यौरा तलब कर सकती है, ऐसे में 2005 के बाद नौकरी पाने वालों की भी कुंडली विभाग खंगाल कर ब्यौरा तैयार करने में जुटा है।

अफसर भी सख्त रुख अपनाने के मूड में

फीरोजाबाद में फर्जी डिग्री से नौकरी करने वालों के संबंध में सन 2007 से 2010 के बीच में भी शिकायतें हुई, लेकिन हर बार खेल के खिलाड़ी शिकायतकर्ताओं से आगे निकले। तत्कालीन अफसरों से मिलकर उन्होने शिकायतों को दबा दिया या फिर आगरा विवि तक से¨टग बनाकर सत्यापन को ओके करा दिया, लेकिन इस बार अफसरों की सख्त मिजाजी भी शिक्षकों की टेंशन बनी हुई है।

जांच चल रही है, अभिलेख भेज दिए

'जांच चल रही है, फीरोजाबाद जनपद से भी कुछ अभिलेख मांगे गए थे, जिन्हें भिजवाया जा चुका है। एसआईटी जांच कर रही है। इस जांच में हमसे जो भी अभिलेख मांगे जा रहे हैं, मुहैया कराए जा रहे हैं। जांच पूरी होने से पहले कुछ भी कहना ठीक नहीं है।'

-बालमुकुंद प्रसाद

जिला बेसिक शिक्षाधिकारी।


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