ऐसे तो नहीं मिटेगा कुपोषण
जागरण संवाददाता, फीरोजाबाद : एक तरफ शासन, प्रशासन कुपोषण मिटाने के लिए अभियान चला रहा है। दूसरी तरफ
जागरण संवाददाता, फीरोजाबाद : एक तरफ शासन, प्रशासन कुपोषण मिटाने के लिए अभियान चला रहा है। दूसरी तरफ आंगनबाड़ी कार्यकत्री एवं विभागीय अधिकारी ही इस अभियान को पलीता लगाने में जुटे हैं। न तो आंगनबाड़ी केंद्र नियम से खुल रहे हैं और न उनमें पुष्टाहार का वितरण होता है। निरीक्षण करने निकले अधिकारियों को ऐसे ही हालात मिल रहे हैं।
गुरूवार को अपर जिलाधिकारी कर्मेंद्र ¨सह ने ग्रामीण क्षेत्र के दस आंगनबाड़ी केंद्रों का निरीक्षण किया। गांव नैपई के एक केंद्र पर उन्हें पेयजल और शौचालय की व्यवस्था दिखाई नहीं दी। दूसरे केंद्र पर कोई बच्चा नहीं मिला। यहां भी हैंडपप खराब पाया गया। मछलई प्राथमिक विद्यालय परिसर में एक आंगनबाड़ी केंद्र चलता मिला। यहां शौचालय में ताला लटका मिला तो हैंडपंप खराब निकला। नगला अमान के आंगनबाड़ी केंद्र पर न तो कार्यकत्री मौजूद मिली और न बच्चे। प्राथमिक विद्यालय भरतपुर में चल रहा आंगनबाड़ी केंद्र बंद था। इसी तरह कपावली प्रथम, शेखूपुर प्रथम और द्वितीय भी बंद पाए गए। जबकि कपावली तृतीय में एडीएम को मेडिकल किट एक्सपाइरी मिली। एडीएम ने बताया कि आंगनबाड़ी केंद्रों की स्थिति ¨चताजनक मिली। इस संबंध में रिपोर्ट जिलाधिकारी को भेजी गई हैं।
शुक्रवार को पीडी डीआरडीए सर्वेश चंद्र यादव को हिमांयूपुर में दो केंद्र बंद मिले। फोन पर संपर्क करने पर कार्यकत्री बबीता यादव एवं किरन ने कार्यशाला में होने की जानकारी दी। वहीं महावीर नगर की श्रद्धा यादव का केंद्र और मोबाइल फोन बंद मिला। पीडी ने बताया कि भीम नगर में संचालित केंद्र संख्या आठ में कार्यकत्री भगवान देवी और 15 बच्चे मौजूद मिले। केंद्र पर पुष्टाहार नहीं पाया गया। कार्यकत्री ने पीडी को बताया कि उसे केवल 20 किलो पुष्टाहार मिला था जो कि बंट चुका है।
पीडी ने गांव में लगाई चौपाल
पीडी डीआरडीए ने जनेश्वर गांव बझेरा बुजुर्ग में मनरेगा कार्यों का सोशल ऑडिट किया। सड़क किनारे कराई गई इंटर लॉ¨कग कहीं कहीं धंसी हुई दिखी। उसे ठीक कराने के निर्देश दिए। पीडी ने सरकारी स्कूल में चौपाल लगाकर ग्रामीणों की समस्याएं भी सुनीं। जिसमें ग्रामीणों ने बताया कि सीसी रोड के लिए सामान तो काफी पहले आया है, लेकिन काम अभी तक शुरू नहीं हुआ। सीमेंट तो रखे रखे जम गया है।