डीएम के निशाने पर 11 बैंक, एसडीएम करेंगे छापेमारी
जागरण संवाददाता, फीरोजाबाद : लोगों को स्वरोजगार स्थापित करने में बैंक शाखाएं रोड़ा बन गई हैं। औपचा
जागरण संवाददाता, फीरोजाबाद : लोगों को स्वरोजगार स्थापित करने में बैंक शाखाएं रोड़ा बन गई हैं। औपचारिकताएं पूरी करने के नाम पर उन्हें बेवजह परेशान किया जा रहा है। इस तरह आवेदकों को परेशान करने वाली 11 बैंक जिलाधिकारी के राडार पर आ गई हैं। इन बैंकों में छापामार कार्रवाई के निर्देश एसडीएम को दिए हैं।
जिलाधिकारी विजय किरन आनंद ने 25 नवंबर को विकास भवन सभागार में बैंक अधिकारियों के साथ बैठक की थी। जिसमें मुख्यमंत्री की प्राथमिकता वाली कामधेनू एवं मिनी कामधेनू योजना के साथ ही राष्ट्रीय आजीविका मिशन, मत्स्य पालन, किसान क्रेडिट कार्ड योजना की समीक्षा की। इसमें ये बात सामने आई कि कुछ बैंकें कमीशनखोरी के कारण आवेदकों को औपचारिकताएं पूरी करने के नाम पर दौड़ा रही हैं। उदाहरण स्वरूप आवेदकों को एक बार में ये नहीं बताया जा रहा है कि उन्हें क्या क्या जरूरी अभिलेख लगाने हैं।
आवेदक एक औपचारिकता पूरी करके ले जाते हैं, तो दूसरी बता दी जाती है। आवेदकों से बिना वजह तहसील से धारा 143 की कार्रवाई कराने को मजबूर किया जा रहा है। कुल मिलाकर आवेदकों को इतना निराश करने की कोशिश की जा रही है कि वे ऋण स्वीकृत कराने का इरादा छोड़ दें। डीएम ने इस मामले को गंभीरता से लिया है। उन्होंने ऐसी 11 बैंक शाखाएं चिन्हित की हैं, जिनके प्रबंधकों की प्रगति रिपोर्ट सबसे अधिक खराब है। जिलाधिकारी ने सभी उप जिलाधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे इन बैंकों में छापेमारी कर सरकारी योजनाओं में लंबित मामलों की जांच करें।
ये बैंक शाखाएं आई निशाने पर
मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी सुनील कुमार ने बताया कि डीएम ने शिकोहाबाद की पंजाब नेशनल बैंक, केनरा बैंक, ग्रामीण बैंक ऑफ आर्यावृत्त, ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स, ग्रामीण बैंक ऑफ आर्यावृत निजामपुर गहुआ, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया उसायनी, केनरा बैंक टूंडला, ग्रामीण बैंक ऑफ आर्यावृत्त की शाखा उड़ेसर, लभौओ, जौंधरी एवं सिंडीकेट बैंक नगला झम्मन में छापेमारी के आदेश दिए हैं।
6 प्रबंधकों की रोज हो रही पेशी
सीवीओ ने बताया कि बैंक ऑफ इंडिया की छह शाखाओं के प्रबंधकों की समीक्षा प्रतिदिन की जा रही है। खुद डीएम एवं सीडीओ शाम 6 बजे के बाद इनके कार्यो का जायजा ले रहे हैं।