बाजार पर छाई महंगाई नहीं रोक सकी कदम
जागरण संवाददाता, फीरोजाबाद: प्रभु के लिए पांच फल खरीदने में भक्तों को भी पसीने आ गए। दीपोत्सव के पर्
जागरण संवाददाता, फीरोजाबाद: प्रभु के लिए पांच फल खरीदने में भक्तों को भी पसीने आ गए। दीपोत्सव के पर्व पर समूचा बाजार एक नजर आया। दुकानदारों ने 80 रुपये किलो की दर से सभी फलों को बेचा। इस मौके पर 30 रुपये दर्जन आने वाले केले भी 80 रुपये किलो की दर से तराजू पर चढ़े तो संतरे को भी 80 रुपये का भाव मिल गया। फूल और फलों से लेकर मिठाई व सजावटी सामान तक सब पर असर दिखा। मंहगाई ने भक्तों के थैले का वजन तो कम कर दिया, लेकिन मंहगाई खरीददारी से नहीं रोक सकी।
महालक्ष्मी पूजन में पांच फल का विशेष महत्व है। पूजा की थाली में पांच फल रखे जाते हैं। इस दिन हर कोई पांच फल खरीदता है ऐसे में फल वालों ने भी ठेल पर पांच फल रख कर 80 रुपये किलो की बोली लगा दी। कई ग्राहकों ने एक के बाद दूसरी ठेल पर तलाशने का प्रयास भी किया, लेकिन कहीं भी कोई दूसरा रेट नहीं था। मानो पूरा बाजार एक हो गया हो। ऐसे में लोगों को मजबूरन सेब के भाव ही संतरा एवं केला की खरीददारी करनी पड़ी।
30 रुपये मीटर बिकी गेंदा की माला
गत वर्ष 15 रुपये मीटर बिकने वाली गेंदा के फूलों की माला इस वर्ष 30 रुपये मीटर बिकी। गेंदा के फूलों की माला की दुकानों पर पहुंचने वाला ग्राहक चौंक रहा था। वहीं दोयम दर्जे के फूलों की माला को भी ठेल वालों ने 25 रुपये मीटर तक बेचा। इसके साथ में आम के पत्तों की लड़ी भी 15 रुपये मीटर तक बाजार में बिकी। त्योहार का मौका था लिहाजा भक्तों ने भी ज्यादा मोल भाव नहीं किया।
मोमबत्ती एवं दीपक ने भी खाया भाव
दीपोत्सव पर मोमबत्ती एवं दीपक भी भाव खाते हुए नजर आए। जहां दीपक 12 से 15 रुपये दर्जन बिके तो बड़ा दीपक दो रुपये से दस रुपये तक बिका। इसके साथ में मोमबत्ती का पैकेट भी 40 रुपये में बिक रहा था। मोमबत्ती के छोटे पैकेट की कीमत 40 रुपये देख लोग भी चौंकते हुए नजर आए। इन्वर्टर के बाद में घरों में मोमबत्ती की जरूरत ही नहीं पड़ती है, ऐसे में कई लोग तो मोमबत्ती की कीमत सुन चौंके, लेकिन घरों को रोशन करना था लिहाजा खरीदना पड़ा।
फड़ों पर रही खासी भीड़
किसी को रंगोली चाहिए थी तो किसी को सजावटी माला। कोई घरों के दरवाजे पर लटकाने के लिए आर्टिफिशियल फूलों की लड़ी तलाश कर रहा था। इसके चलते फड़ों पर भी खासी भीड़ रही। आर्टिफिशियल फूलों का एक दरवाजे का जोड़ा 100 रुपये तक में बिका। वहीं पिछली दीपावली पर 10 रुपये के आने वाले 'शुभ' एवं 'लाभ' की कीमत इस बार 15 रुपये रही।