पहले बहिष्कार, नारेबाजी फिर बैठक
जागरण संवाददाता, फीरोजाबाद : त्योहार से पहले अवकाश के दिन रविवार को हुई समीक्षा बैठक का पंचायत सचिवो
जागरण संवाददाता, फीरोजाबाद : त्योहार से पहले अवकाश के दिन रविवार को हुई समीक्षा बैठक का पंचायत सचिवों ने बहिष्कार ही नहीं किया, नारेबाजी भी की। इस पर डीएम ने कर्मियों के हर एक सवाल का जवाब दिया। समीक्षा बैठक में गैर हाजिर चल रहे एक पंचायत सचिव को बर्खास्त करने के आदेश दिए तो दो अन्य पर कार्रवाई की। इसके बाद समीक्षा में दिशा निर्देश जारी किए।
डीएम विजय किरन आनंद ने रविवार को ग्राम पंचायत सचिव व अन्य अधिकारियों की समीक्षा बैठक पालीवाल हॉल में बुलाई थी। डीएम के आगमन से पहले पंचायत सचिव हॉल से बाहर आ गए और बहिष्कार का एलान कर दिया। नारेबाजी की। उनका कहना था त्योहार से पहले अवकाश के दिन समीक्षा बैठक करने से वे परिवार की जरूरत संबंधी सामान नहीं खरीद पा रहे हैं। थोड़ी देर बाद डीएम विजय किरन आनंद यहां पहुंचे तो उन्हें बहिष्कार की जानकारी हुई। पंचायत सचिवों की तरफ से एक प्रार्थना पत्र डीएम को दिया गया। इसमें कहा गया छुट्टी के दिन बैठकें की जाती है, शिकायतें कई दिनों बाद मिलती हैं, जबकि निर्धारण का समय सात दिन का होता है। इसके अलावा अभद्र भाषा का प्रयोग करने, जबरन कार्य कराने और जांच के नाम पर शोषण करने की बात कही गई। डीएम बोले मैं भी नहीं चाहता छुट्टी के दिन बुलाया जाए। शनिवार को समाधान दिवस था, सोमवार को शासन में बैठक और मंगलवार को तहसील दिवस और फिर दीपावली की छुट्टियां, ऐसे में रविवार ही समीक्षा को बचा था।
जबरन कार्य कराने और अभद्र भाषा के प्रयोग पर उन्होंने पूछा कौन करता है ऐसा? इस पर कोई जवाब नहीं दे सका। वहीं जांच के नाम पर शोषण के मामले में उन्होंने इस तरह का मामला होने पर उन्हें जानकारी देने को कहा। इसके बाद समीक्षा बैठक हुई।
डीएम विजय किरन आनंद ने पंचायत सचिव हरेंद्र पाल सिंह को ब्लॉक से डेढ़ साल तक नदारद रहने पर बर्खास्तगी के आदेश दिए। वहीं मनरेगा कार्य में शिथिलता एवं लापरवाही बरतने पर ग्राम पंचायत सचिव शिवम शर्मा का स्थानांतरण करने और जमुनादास को अंतिम चेतावनी जारी करते हुए लक्ष्य पूर्ति न होने तक वेतन जारी करने पर रोक लगाई है। डीएम ने स्कूलों में शौचालय निर्माण व प्रयोग की रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। उन्होंने समाजवादी पेंशन, आर्थिक जनगणना, राशन, शौचालय आदि मे शत-प्रतिषत कार्य पूर्ण कर आख्या प्रस्तुत करने को कहा। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी सुजीत कुमार, संयुक्त मजिस्ट्रेट रवींद्र कुमार मांदड, पीडी डीआरडीए सर्वेश चंद्र यादव, डीडीओ रामकृतराम, डीपीआरओ इंद्रपाल सिंह यादव आदि अधिकारी मौजूद रहे।