अवैध वसूली पर लोगों का हंगामा
फीरोजाबाद, जेएनएन : जनपद में आधार कार्ड बनाने वाले मोटी कमाई कर रहे हैं। फॉर्म से लेकर बनाकर देने तक में सौ रुपये से डेढ़ सौ रुपये की अवैध वसूली हो रही है। कई बार हंगामे हुए, शिकायतें हुई, मगर जिला प्रशासन फिर भी मौन बना हुआ है। इन लोगों के खिलाफ अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। बुधवार को भी अवैध वसूली पर जमकर हंगामा हुआ, मगर नतीजा सिफर रहा। जसराना में भी वसूली पर आधार कार्ड बनाने वाले कर्मियों को लोगों ने घेर लिया।
बुधवार को जलेसर रोड पर आधार कार्ड बनाए गए। यहां पहुंची महिलाओं से 100 रुपये लिए गए। करीब एक दर्जन जागरूक महिलाओं ने अवैध वसूली का विरोध किया तो हंगामा होने लगा। कार्ड बनाने वालों पर कोई असर न हुआ तो महिलाएं नगर निगम कार्यालय आ पहुंची, मगर अवकाश होने के कारण उनकी आवाज दबकर रह गई। महिलाओं का कहना था कि कार्ड बनाने के नाम पर सौ-सौ रुपये लिए जा रहे हैं, जबकि इसका कोई शुल्क नहीं है। वहीं जिन लोगों ने फॉर्म भर दिए हैं, उनके कार्ड रुपये न दिए जाने के कारण नहीं दे रहे हैं। नगर निगम आने वाली महिलाओं में मालती देवी, सीमा, मीरा देवी, रानी, मुन्नी, वर्षा, वीनू, रेनू और रामा शामिल थी।
जसराना: जसराना नगर पंचायत की पुरानी टंकी में बुधवार को आधार कार्ड बनाए जा रहे थे। यह कार्ड टेरा सॉफ्ट कंपनी द्वारा बनाए जा रहे हैं। इसका ठेका अलीगढ़ के असलम नामक व्यक्ति पर बताया गया। यहां अब तक आधार कार्ड संबंधी फॉर्म पांच रुपये में बिक्री किया जा रहा था, बुधवार को इसकी कीमत दस रुपये कर दी। ग्रामीणों ने विरोध करते हुए हंगामा शुरू कर दिया। कार्ड बनाने वाले कर्मचारी हंगामा कर रहे लोगों को हड़काने लगे। अन्य लोगों की भीड़ एकत्र होता देख कर्मचारी यहां से भाग गए। मौके पर नगर पंचायत अध्यक्ष राघवेंद्र नागर, जयपाल सिंह यादव, राजकुमार यादव पहुंच गए। उन्होंने लोगों के विरोध को देखते हुए कार्यालय में ताला लगा दिया और संबंधित ठेकेदार को बुलाया। तहसीलदार पंकज वर्मा मौके पर पहुंचे। उन्होंने गुस्साए लोगों को समझा-बुझाकर शांत करते हुए ठेकेदार से वसूली गई राशि वापस कराई।
यह कहते अधिकारी
जिले में तीन कंपनियों को आधार कार्ड बनाने का ठेका दिया गया है। कार्ड पूरी तरह निश्शुल्क बनाए जा रहे हैं। कोई वसूली कर रहा है तो इसकी शिकायत डीएम व अन्य अधिकारियों से की जा सकती है। वसूली करने वालों के खिलाफ कार्रवाई होगी।
-अतुल कुमार,
ई-डिस्ट्रिक्ट मैनेजर।