एएलसी को सही मिली मजदूरों की शिकायत
जागरण संवाददाता, फीरोजाबाद : कारखानों में काम करने वाले मजदूर यूं ही हल्ला नहीं कर रहे थे। उनसे ज्यादा काम लेकर कम मजदूरी दी जा रही थी। सहायक श्रमायुक्त को ये हालात कारखानों के निरीक्षण के दौरान दिखाई दिए। उन्होंने सेवायोजकों को स्थिति सुधारने के लिए 15 दिन का समय दिया है।
मजदूर संगठन कई दिनों से इस बात की शिकायत कर रहे थे कि चूड़ी व कांच कारखानों में उनका शोषण किया जा रहा है। मजदूरों का कहना है कि कारखानों में उनसे आठ घंटे से अधिक समय तक काम कराया जाता है और शासन द्वारा निर्धारित न्यूनतम मजदूरी नहीं दी जाती। शिकायतों की जांच के लिए एएलसी राजेश मिश्रा ने बुधवार को स्टेशन रोड, ढोलपुरा एवं फल मंडी के निकट स्थित एक दर्जन के करीब कारखानों की चेकिंग की। इस दौरान उन्होंने श्रमिकों और सेवायोजकों से बातचीत कर सही स्थिति जानने का प्रयास किया।
एएलसी ने बताया कि फैक्ट्री एक्ट के अनुसार लंच सहित साढ़े आठ घंटे कार्य कराया जाना चाहिए। कुछ कारखानों में आठ घंटे चालीस मिनट तक काम कराए जाने की बात सामने आई है। सेवायोजकों को निर्देश दिए गए हैं कि वे श्रमिकों से आठ घंटे ही काम लें। इसके साथ ही उन्हें शिफ्ट में आधा घंटे की खाने की छुट्टी दें। एएलसी के अनुसार कुछ कारखानों में भंगार वालों को 220 के स्थान पर 200 रुपए एवं पानी पिलाने व ठंडी बत्ती लगाने वाले को कम मजदूरी दिए जाने की भी पुष्टि हुई। इन सभी कमियों को ठीक करने के लिए कारखानेदारों को 15 दिन का समय दिया गया है।
इसके बाद पुन: चेकिंग कराई जाएगी। तब भी यदि नियमों का पालन होता हुआ नहीं मिला तो सेवायोजकों के खिलाफ कार्यवाही की जाएगी।