करके धरती का श्रृंगार पौधा रोपे गली गली में
फीरोजाबाद: श्रीमती महारानी देवी जूनियर हाईस्कूल पर आयोजित सरस काव्य संध्या आयोजित हुई। जिसमें कवियों ने अपनी रचनाएं सुनाकर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया।
गोष्ठी का शुभारंभ श्रीमती शशी ने सरल ने मां शारदे के चरणों में पुष्प हार चढ़ाकर किया। टूण्डला से पधारे लोकगीत गायक राधेश्याम राधे ने पर्यावरण पर झपरी विद्या में लोक गीत प्रस्तुत कर सबका मन मोह लिया। ''करके धरती का श्रृंगार, पौधा रोपे गली गली में। इनसे मिलती शुद्ध बयार, पौधा रोपे गली गली में।''
श्रीमती आशा कुलश्रेष्ठ अंशू ने गजल पढ़ी। ''हौंसलों के पर लगा मन का पखेरू जब उड़ा। गगन चुम्बी शिखर की ऊंचाइयां मुझको मिली।''
पूरन चन्द्र गुप्त न श्रृंगार की रचना पढ़ी
''ढूंढता हूं मुस्कुराहट आजकल इस दौर में। अब कहां करता कोई अच्छी पहल इस दौर में।'' काव्य गोष्ठी में मनोज राजाताली, रामलखन आशिक, श्रीमती शशी सरल, रामसनेही रजत ने भी अपनी कविताओं पर जमकर तालिया बटोरीं। अध्यक्षता कर रहे अशोक अंचल ने कविता के जरिए श्रम जगत की समस्याओं और मजदूरों के उत्पीड़न को रेखांकित किया। इस दौरान रवि राठौर, प्रेमचन्द्र शंखवार, कु. शैवाली शंखवार, राजकुमार गुप्ता आदि का सहयोग रहा।