थाने, तहसील में दलाल मिले तो अधिकारी जिम्मेदार
जागरण संवाददाता, फीरोजाबाद : डीएम विजय किरन आनंद अब सरकारी महकमों में ऑपरेशन क्लीन अप चलाएंगे। थाने और तहसील जैसे महत्वपूर्ण स्थान दलालों से मुक्त कराने की हिदायत उन्होंने जारी कर दी है। थानों में पीड़ितों की सुनवाई की जिम्मेदारी पुलिस क्षेत्राधिकारियों को सौंपी है।
डीएम ने उक्त निर्देश शासन, राजस्व परिषद, तहसील दिवस, जनता दर्शन आदि से प्राप्त शिकायती पत्रों के निस्तारण की प्रगति से संबंधित बैठक में दिए। उन्होंने इस बात पर नाराजगी जताई कि मुख्यमंत्री के यहां से आई 31 जनता दर्शन की, 412 एवं तहसील दिवस की शिकायतों में से 317 विचाराधीन हैं। इन सभी का निस्तारण करने के लिए डीएम ने विभागाध्यक्षों को दो दिन का अल्टीमेटम दिया है। समीक्षा के दौरान डीएम का पारा उस समय हाई हो गया जब पता चला कि बीएसए ने निरीक्षण संबंधित 10 मामलों को ठंडे बस्ते में डाल रखा है। मामलों का निस्तारण न किए जाने पर उन्होंने बीएसए को चेतावनी जारी कर चरित्र पंजिका में अंकित करने के निर्देश दिए।
डीएम ने बैठक में नाराजगी जताते हुए कहा कि उनके पास अधिकाश शिकायतें थानों की आ रही है। लोग थाने के चक्कर लगाते रहते हैं, लेकिन उनकी सुनवाई नहीं होती। उन्होंने पुलिस क्षेत्राधिकारियों को निर्देश दिए कि शिकायत प्रकोष्ठ बनाएं एवं थानों की निगरानी करें। इसके साथ ही उन्होंने सभी अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए कि वे अपने-अपने कार्यालयों को दलालों से मुक्त कराएं। उनकी मौजूदगी के लिए अधिकारियों को जिम्मेदार मानकर उनके खिलाफ एफआइआर दर्ज कराई जाएगी। बैठक में सिटी मजिस्ट्रेट रमेश चन्द्र, समस्त एसडीएम, परियोजना निदेशक सहित विभिन्न विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।