''सर, ऐसी नौकरी से तो त्याग पत्र देना बेहतर''
जागरण संवाददाता, फीरोजाबाद : अपने अधिकारी से त्रस्त स्वास्थ्य विभाग के संविदा कर्मचारियों ने डीएम के सामने इस्तीफे की अर्जी लगाई है। उन्होंने चिकित्साधिकारी पर अनैतिक कार्य कराने और न करने पर धमकी देने का आरोप लगाया है।
नारखी ब्लॉक की कोटला पीएचसी पर राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम योजना के अंतर्गत तैनात की गई टीम के सभी सदस्य गुरूवार को जिलाधिकारी विजय किरन आनंद से मिले। उन्होंने शिकायत की कि प्रभारी चिकित्साधिकारी अवैध रूप से धन उगाही के लिए उन सब पर दबाव बनाते हैं। ऐसा न करने पर उन्हें तरह तरह से प्रताड़ित किया जाता है। टीम में शामिल डा. संकल्प श्रीवास्तव, डा. सीमा सरकार, योगेंद्र पाल, दुर्गा यादव एवं रश्मि शर्मा का आरोप है कि 15 जुलाई को चिकित्साधिकारी ने अपने साथियों को बुलाकर उन्हें जान से मारने की धमकी दी। जबकि 31 जुलाई को पूरी टीम नगला गड़रिया के प्राथमिक स्कूल भेज दिया। जबकि ये स्कूल माइक्रो प्लान में नहीं था। ऐसा षड़यंत्र के तहत किया गया। ताकि हमारे खिलाफ कार्रवाई करने का मौका मिले।
टीम के पांचों सदस्यों ने डीएम से कहा कि ऐसी परिस्थितियों में वे कार्य नहीं कर सकते एवं अपनी जान माल की सुरक्षा के लिए त्याग पत्र दे रहे हैं। डा. संकल्प श्रीवास्तव ने बताया कि डीएम ने कार्रवाई का आश्वासन दिया है।